सोमवार, 28 नवंबर 2016

मासिक धर्म की आम तकलीफ़ों का समाधान होम्योपैथी द्वारा


 मासिक शुरु होने से पहले भूख न लगना,थकावट पेट में बहुत दर्द लाल चेहरा,सिरदर्द हो  ऐसे में Beladona-30 की 5-5 बूंद सुबह शाम लें

यदि यूटेरस में झिल्ली द्वारा रुकावट  के कारण मासिक दर्द होने  पर Borex-30 की 5-5 बूंद सुबह शाम लें

मासिक से पहले जरायु में ऐंठन कमर दर्द ,ठंड महसूस होने पर Caulophyllum-30 की 5-5 बूंद सुबह शाम लें

पेट में दर्द के कारण रोगी पेट को दबाये दोहरा हो जाये तकिये से या हाथ से पेट को दबाये तो Colosinth-30 की 5-5 बूंद सुबह शाम लें

रोगी के दोहरा होने पर दर्द ज्यादा होता है पेट में दबाब डाल ने पर दर्द बढता है, रोगी खडा हो जाये तो दर्द कम हो जाता है।ऐसे में Dioscoria-30 की 5-5 बूंद सुबह शाम लें

मासिक के समय लडकियों का स्वभाव चिडचिडा बात बात में रोना मासिक शुरु होते ही दर्द कम हो जाये।ऐसे में Pulsatila-30 की5-5 बूंद सुबह शाम ले

मासिक दर्द को तुरन्त ठीक करने में MegPhos-6x की 5-6 गोलिंयां सुबह शाम गुनगुने पानी से लेने से  शीघ्र आराम मिलता है

अनियमित मासिक में Calcaria Carb-200 की पांच बूंद दिन में एक बार Pulsatila-30 की पांच बूंद दिन में दो बार एवं Biocamic-15 no. की 5-6 गोलिंयां सुबह शाम गुनगुने पानी से एक माह तक लेने से  शीघ्र आराम मिलता है

अण्डकोश में संक्रमण होने पर (swelling in ovaries) Apis-30 दिन में तीन बार लेने से शीघ्र आराम मिल जाता है।

गर्भाशय संबधी गडबडी होने पर Chamomila-30  की पांच बूंद दिन में एक बार और Acid Nitric-200 की पांच बूंद सप्ताह में में एक बार लें  इसके अतरिक्त Bela dona -200 की तीन  खुराकें 20-20 मिनट के अन्तराल से हर तीसरे दिन लेने शीघ्र आराम मिलता है

अत्यार्त व यानी मोनो रेजिया
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सामान्यात: माहबारी काल 3 से 5दिनों का होता है जिसमें लगभग 30  मिली० तक रक्त का स्राव होता है लेकन अत्यार्तव यानी मोनो रेजिया की स्थित में 80  मिली० तक से ज्याद का स्राव होता है ऐसे में लछण मिलने पर होम्योपैथिक चिकत्सा काफ़ी कारगर है।

माहबारी समय से पहले हो देर तक हो अधिक मात्रा में हो ऐसे में Aloex-30 लें

अत्यधिक मात्रा में रक्त स्राव के कारण शरीर में कम जोरी आजाये China-30  लें
मोटी थुलथुली स्त्रियों में समय से काफ़ी पहले रितुस्राव सिर पर पसीना पांव ठंण्डे व चिपचिपे रह्ते हों ऐसे में Calcaria Carb-200 की पांच बूंद दिन में एक बार एक दो सप्ताह तक लेने से आराम आ जाता है।

स्त्रियों में समय से काफ़ी पहले रितुस्राव देर तक खून के बडे बडे थक्के आयें शरीर में रक्त की कमी हो जाने पर  फेरम मेट (Ferum -Met30) लें

मासिक के दौरान ऐसा लगे कि  जैसे गर्भाशय मे कोई  भारी से  चीज लटकी सी है खून चम कीला लाल अधिक मात्रा में निकले कमर के नीचे दर्द जादा हो।ऐसे में secale core-30 की पांच बूंद दिन में एक बार एक दो सप्ताह तक लेने से आराम आ जाता है।
विकल्प रज स्राव
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वैसे तो गर्भाशय से रज स्राव होना चाहिये परन्तु कभी कभी किसी स्त्री में विकल्प के रूप में नाक मल द्वार  या किसी अन्य अंग से होने ल गता है।ऐसे में निम्न औषधियां काफ़ी कारगर है।

रितुस्राव की जगह नकशीर फ़ूटने पर Hema melice-30 दिन में तीन बार लेने से शीघ्र आराम मिल जाता है

रितुस्राव की जगह मलद्वार से यदि रक्त आये तो Cloncinia-30 दिन में तीन बार लेने से शीघ्र आराम मिल जाता है।

टांसिल्स की होम्यो पैथी चिकित्सा

टांसिल्स की होम्यो पैथी चिकित्सा
उक्त 17 औषधियों के प्रयोग से समस्त प्रकार के टांसिल्स से निजात मिलजाती है और आपरेशन की भी आवश्यक्ता नही पडती 

1-फ़ेरम फ़ास(Ferrum Phosphoricum)
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 टान्सलाइटिस की प्रारंभिक अवस्था में जैसे गले में खराश, निगलने में कष्ट, हरारत ,होने पर फ़ेरम फ़ास 6x शक्ति की 3-3 गोलियां दिन में चार बार 3-3 घंटे के अंतराल से लेने पर ला भ मिल जाता है।यह बायो कैमिक द वा है।
2-एको नाइट-30 (Aconititumnapellus-30) 
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ठंण्ड लगने के कारण टांसिल्स अचानक का सूजजाना, सूखीखांसी, हल्का बुखार हो जाने पर एको नाइट-30 (Aconititumnapellus-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें। 
3-कैल्केरिया फासCalcareaPhos6
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बालकों मे टान्सलाइटिस की समस्या होने पर बच्चा दुबला पतला हो रक्त की कमी हो,खाने पीने की इच्छा न हो, आदि लछणों मेंकैल्केरिया फास CalcareaPhos6x शक्ति की 3-3 गोलियां दिन में चार बार 3-3 घंटे के अंतराल से लेने पर शीघ्र लाभ मिल जाता है। यह बायो कैमिक दवा है।
4-बैराइटा कार्ब-30 (Baryta Carbonica-30)
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टांसिल्स का अधिक सूजजाना, निगलने में अधिक कठनाई हो शीत काल में टान्सलाइटिस की समस्या हो,जब डे कम जोर हों जिस के कारण रोगी भोजन को बिना चबाये ही नि ग ल ने को म ज बूर हो ऐसे में बैराइटा कार्ब-30 (Baryta Carbonica-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें। 
5-काली म्यूर-30(KaliMur30)
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टान्सलाइटिस इत ना बढ जाये कि सांस भी न लीजा सके टांसिल्स का रंग भूरा हो जाये।ऐसे में काली म्यूर-30(KaliMur-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें। 
6-बेला डोना(Beladona-30)
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गले के अन्दर से छिला हुआ महसूस हो गले में बिशेष रूप से दाहिनी तरफ़ दर्द हो,टांसिल्स का रंग  लाल हो बेला डोना(Beladona-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
7-हिपरसल्फ (Hepar Sulph-200)
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टांसिल्स पक जांये मवाद पडने की संभावना हो टांसिल्स कठोर हो जाये, दर्द गले के अतरिक्त कान एवं चेहरे के अन्य भाग तक जाये ऐसे में हिपरसल्फ (Hepar Sulph-200) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।यह दवा टांसिल्स  को फ़ोड देती है चीरा लगवाने की जरूरत नही पडती है।
8-साइलीशिया (Silicea-30)
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टांसिल्स  की अति उग्र अवस्था मवाद पड जाये सुई चुभने जैसी पीडा हो साइलीशिया (Silicea-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
9-लाइको पोडियम (Lycopodium-30)
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टांसिल्स  के कारण घाव हो जायें गर्म चीज के सेवन से कष्ट हो ठंण्डी वस्तु से आराम मिले ऐसे में लाइको पोडियम (Lycopodium-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
10-लैकेसिस(Lachesis-30)
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टांसिल्स का रंग बैगनी हो जाये स्पर्श करने में भी कष्ट हो तरल पदार्थ निगलने में कष्ट, ठोस पदार्थ निगलने में नही, दर्द कान के पिछ्ले हिस्से तक जाये बांये तरफ़ के टांसिल्स में बिशेष प्रभावी।लैकेसिस(Lachesis-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
11-फ़ाइटो लैक्का(Phytolacca-30)
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गले का लाल पड जाना ,उस पर नीले धब्बे दिखें गला गर्म हो, जीभ में जकडन,कान में रुकरुक कर दर्द हो जबडा ठीक से न खुले मुंह से लार बहे,दाहिना टांसिल्स बिशेष रूप से सूजा हो। ऐसे में फ़ाइटोलैक्का(Phytolacca-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
12-मर्क्युरियस आयोड रूबर(Mercuriusiadatus Ruber-30)
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बाई तरफ़ के टांसिल्स की स्थित बदतर हो जाना,काग का बढ जाना, गलद्वार सुर्खलाल,ऐसे में मर्क्युरियस आयोड रूबर(Mercuriusiadatus Ruber-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
13-पल्सेटिला(Pulsatilla-30)
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टांसिलाइटिस के साथसाथ लार ग्रन्थियों मे भी सूजन हो ,कानों मे तेज दर्द हो, कानों की जड में गांठ उभर आई हो जबडा खोलने में अत्यंत कष्ट हो स्तनों और अण्ड कोशों में संक्रमण हो। ऐसे में
पल्सेटिला(Pulsatilla-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
14-लेडम (Ledum-200)
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टांसिलाइटिस के कारण गले में टिटेनस की आशंका होने पर लेडम (Ledum-200) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।चिकित्स्कीय सलाह भी अवश्य लें।
15-एलूमिना(Alumina-30)
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गले में खुश्की गले का एक दम सूखजाना ठंण्ड या नमी के मौसम में टांसिलाइटिस होना,टांसिलाइटिस का कठोर होना, ऐसे में एलूमिना(Alumina-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लें शीघ्र लाभ मिलेगा।
16-बैराइटा-म्यूर-30(Baryta Mure-200)
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टांसिल्स की शिकायत काफ़ी पुरानी हो बडे हुये टांसिल्स के कारण सांस ले ने में तकलीफ़ , रक्तमिश्रित कफ़ आये मुख से सडी बदबू आये ,अत्यधिक  कम जोरी, रोगी में तपेदिक के अनुवांशिक लछ्ण होने पर बैराइटा-म्यूर-200(Baryta Mure-200)सप्ताह में एक बारलें।इसके बाद इसकी 30 शक्ति की खुराक अग्ले 15 दिनों तक लेने से रोगी को पूर्ण लाभ मिल जाता है।
17-नेट्रम फ़ास6x( Natrum Phos)
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धूम्र पान और पान मसाला खाने का आदी, क्रोधी स्वभाव ,पेट में अम्लता,जीभ पर सफ़ेद परत, और टांसिल्स की शिकायत  होने पर नेट्रम फ़ास6x( Natrum Phos) की 5-5  गोलिंयां एक सप्ताह त क लेने से आराम हो जाता है।यह बायो कैमिक दवा है।

   































बुधवार, 16 नवंबर 2016

शीत कालीन रोगो का उपचार होम्योपैथी द्वारा


बिबाई फ़टना तथा त्वचा खुश्क हो जाना
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जाडे के मौसम में पैर की एडियां ठंडक तथा सही देख भाल  न होने के कारण फ़ट जाती है जिससे उन में दर्द होने लगता है ऐसी स्थित में एगेरिकस Agericus-30 य़ा Petrolium-30 की 5-5 बूंद सुबह शाम लें।
बच्चों में निमोनिया 
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ठंडक के कारण जाडे के मौसम में बच्चों में निमोनिया की संभावना ज्यादा रह्ती है निमोनियां के लछ्ण दिखने पर Antim Tart-30,Heeper Sulph-30, Amonium Carb-30,Spongia-30आदि में से किसी एक दबा का लछणा नुसार चयन कर सेवन करने से शीघ्र लाभ मिलता है।
जाडे के मौसम में खांसी 
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जाडे के मौसम में तीव्र खांसी ( खांसते खांसते उल्टी हो जाये ) ऐसे में Epicac-30 से शीघ्र लाभ मिल जाता है।
जुकाम के बाद खांसी होने पर NuxVom-30  की 5-5 बूंद सुबह शाम लें।
बलगम ढीली और आसानी से आये तो Pulstila-30 लें
बच्चे में खांसी के साथ बलगम आसानी से निकले तब Camomila-6,30 लेने से लाभ मिल जाता है।
खांसी बार बार ठंण्डी हवा के कारण बार बार आये PhasphoricAcid -30 lलेने से लाभ मिल जाता है
खांसी खुली ठंण्डी हवा   लगने के कारण तथा शरीर का कोई हिस्सा बाहर निकलने के कारण आये तो Heeper Sulph-30 लें
खांसी बिस्तर पर जाने के बाद आये या शरीर गर्म होने के बाद हो तो Nux Mouch-30(नक्स मस्केटा) लें
ठंण्डी हवा के कारण खांसते खांसते उल्टी, पसलियों मे दर्द,बलगम में खून के रेशे आये, गले में सुरसुराहट हो, नाडी तेज चले तो Brayonia-30
छाती में घबराहट हो तो Carboveg-30 लें
रात्रि  की प्रारंभिक अवस्था में रोगी की नाक से पानी आये सिर में भारीपन ज्वर, बैचेनी शरीर में टूटन होने पर प्रत्येक घण्टे Aconite-30  लें
सर्दी के साथ जकडन होने पर सोते समय NuxVom-200 लें।
जुकाम के कारण यदि मुंह का स्वाद तथा नाक से सुगन्ध न आऐ तो pulsetila-30 लें
आंख व नाक से पानी सिर दर्द होने पर AlumSeepa-30 लें
छोटे ब च्चों के बाल काट ने के बाद सर्दी हो जाने पर Beladona-200 की एक खुराक से ही लाभ मिल जाता है।
गर्मी के बाद जब मौसम में परिवर्तन होने  ल गे और ठंण्ड के शुरुआत हो प्राया सर्दी की शिकायत होती है ऐ से में Beladona-30,200 लेने से लाभ मिल जाता है।
गले में खराश
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साधारण ठंण्ड के कारण यदि गले में खराश होने पर Dulcamara-30 यदि ठंण्डे पेय के कारण गले में खराश हो तो Bela dona-30 लें
टौन्सिलाइटिस
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सूज न दर्द त था बोलने व निगलने में कष्ट जैसे कोई चीज चुभ रही हो ऐसा लगे मानो गला सिकुड गया हो नाक से पानी आये तो Bela dona-30 लें इससे आराम न मिले तो shullpher-30 लें
शीतज्वर
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यदि शीत लगने के कारण ज्वर आये  ज्वर के साथ बैचैनी, प्यास, चमडी में खुश्की, होने पर Aconite-30लें


रविवार, 24 जुलाई 2016

अनियमित मासिक स्राव









अनियमित मासिक स्राव
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50 बर्षीय महिला गौर वर्ण मोटा शरीर को मासिक स्राव के समय काफ़ी रक्त निकलता मासिक स्राव समय से पूर्व होता इस दौरान पेट में काफ़ी दर्द होता रोने को मन करता स्वभाव चिडचिडा हो जाता।यह समस्या पिछले14 बर्षों से थी । इस अधार पर (Pulsatila-30) पल्सेटिला 30 की 3-4 गोली दिन में तीन चार बार लेने को दी इसके अतरिक्त  (Netrum mure-3x)नेट्रम म्यूर 3 एक्स शक्ति की एक एक गोली सुसुम पानी के साथ दिन में तीन बार लेने को दी  लगभग 25 दिनों के बाद मासिक स्राव  समय से हुआ पेट में दर्द नही हुआ चिडचिडाह्ट में भी कमी आयी इस बार (Pulsatila-30)पल्सेटिला30 और (Netrum mure-6x)नेट्रमम्यूर 6 एक्स शक्ति की दवा पूर्ववत लेने को दी इलाज के एक माह बाद रोग में काफ़ी लाभ हुया  पूर्ण लाभ के लिये (Pulsatila-200)पल्सेटिला 200 शक्ति की 4-5 गोली प्रत्येक दूसरे दिन लेने को दी। दवा समाप्त होते होते रोग पूरी तरह से ठीक हो गया।
पथरी
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सरोज कुमारी उम्र 58 बर्ष को दाहिने गुर्दे के पास पीठ में काफ़ी दर्द था अल्ट्रा सांउण्ड में 7 एम.एम. की पथरी दिखी  दर्द के लछण के को ध्यान मे रखते हुये  लिये (Lycopodium-30)
लाइको पोडियम 30 शक्ति की 4-5 गोली दिन में तीन बार लेने को दी इसके अतरिक्त(Calcaria-Phos-12x) कैल्केरियाफ़ास12 एक्स की एक गोली सुसुम पानी से दिन में एक बार लेने को दी जिस से दर्द में आराम मिल गया । एक  सप्ताह के इलाज के बाद काफ़ी लाभ मिल गया 15 दिनों के बाद अल्ट्रा सांउण्ड  कराने पर पथरी न होने की रिपोर्ट आयी 7एम. एम. की पथरी घुल गयी थी।  पथरी दुबारा न बने इस के लिये (Calcaria-Phos12x) पंद्रह दिनों तक और दी।
स्तन में गांठ
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स्वेता उम्र 19 बर्ष दुबला पतला शरीर के एक तरफ़ स्तन के किनारे तीन चार छोटी छोटी कडी गांठे थी दबाने से दर्द होता था। कभी कभी मासिक के समय स्तन की गांठों में दर्द होता था ।इसके लिये(Calcaria-flor12x) कैल्केरिया फ़्लोर12एक्स एवं साइलेशिया 12 एक्स की एक एक गोली सुबह शाम सुसुम पानी से  दो सप्ताह तक दी एक माह के इलाज के बाद लगभग 50 प्रतिशत रोग में आराम आगया दर्द में आराम आगया कुछ दिनो बाद रोग फ़िर से उभरने पर इसी दवा की 1 एम शक्ति  की खुराक सप्ताह में एक बार चार सप्ताह तक दी गांठ में लगभग 80 प्रतिशत रोग में आराम आगया दर्द में लाभ मिल गया इसके बाद(Phasphorus-30) फ़ास्फ़ोरस-30 की 3-4 गोली प्रतिदिन दी एक माह और इलाज चला इसके बाद गांठ पूरी तरह से समाप्त हो गयी गांठ दोबारा न बने इसके लिये (Calcaria-Phos12x)कैल्केरियाफ़ास 12 एक्स की एक गोली सुसुम पानी से दिन में एक बार लेने को दी
स्तन से पर्याप्त दूध का न निकलना
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चन्द्रप्रभा 35 बर्ष को बच्चे के जन्म के कुछ सप्ताह बाद पर्याप्त मात्रा में दूध उत्पन्न नही हो रहा था इस बजह से बच्चा भूखा रह रहा था और माता क स्तन फ़ूल कर कठोर हो गया था ।स्तन में काफ़ी दर्द भी था इसके लिये (Lac caninum-30)लैक कैनाइनम -30 की 3-4 बूंद प्रति दिन आधा कप ताजे पानी में दिन में तीन से चार बार  लेने को दी। (Calcaria-flor12x) कैल्केरिया फ़्लोर12x की एक -एक गोली सुबह शाम सुसुम पानी (गुनगुने पानी)से लेने को दी एक सप्ताह में पूर्ण आराम मिल गया|  स्मर्णीय है (Calcaria-flor12x) प्रसूता स्त्री के स्तन के कडे पन को दूर करती है व  (Lac caninum-30)लैक कैनाइनम -30 प्रसूता स्त्री के दूध न होने पर एवं अधिक दूध होने  ही





शुक्रवार, 20 मई 2016

टांसिल्स की होम्यो पैथी चिकित्सा



टांसिल्स की होम्यो पैथी चिकित्सा
उक्त 17 औषधियों के प्रयोग से समस्त प्रकार के टांसिल्स से निजात मिलजाती है और आपरेशन की भी आवश्यक्ता नही पडती

1-फ़ेरम फ़ास(Ferrum Phosphoricum)
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 टान्सलाइटिस की प्रारंभिक अवस्था में जैसे गले में खराश, निगलने में कष्ट, हरारत ,होने पर फ़ेरम फ़ास 6x शक्ति की 3-3 गोलियां दिन में चार बार 3-3 घंटे के अंतराल से लेने पर ला भ मिल जाता है।यह बायो कैमिक द वा है।
2-एको नाइट-30 (Aconititumnapellus-30) 
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ठंण्ड लगने के कारण टांसिल्स अचानक का सूजजाना, सूखीखांसी, हल्का बुखार हो जाने पर एको नाइट-30 (Aconititumnapellus-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
3-कैल्केरिया फासCalcareaPhos6
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बालकों मे टान्सलाइटिस की समस्या होने पर बच्चा दुबला पतला हो रक्त की कमी हो,खाने पीने की इच्छा न हो, आदि लछणों मेंकैल्केरिया फास CalcareaPhos6x शक्ति की 3-3 गोलियां दिन में चार बार 3-3 घंटे के अंतराल से लेने पर शीघ्र लाभ मिल जाता है। यह बायो कैमिक दवा है।
4-बैराइटा कार्ब-30 (Baryta Carbonica-30)
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टांसिल्स का अधिक सूजजाना, निगलने में अधिक कठनाई हो शीत काल में टान्सलाइटिस की समस्या हो,जब डे कम जोर हों जिस के कारण रोगी भोजन को बिना चबाये ही नि ग ल ने को म ज बूर हो ऐसे में बैराइटा कार्ब-30 (Baryta Carbonica-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
5-काली म्यूर-30(KaliMur30)
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टान्सलाइटिस इत ना बढ जाये कि सांस भी न लीजा सके टांसिल्स का रंग भूरा हो जाये।ऐसे में काली म्यूर-30(KaliMur-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
6-बेला डोना(Beladona-30)
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गले के अन्दर से छिला हुआ महसूस हो गले में बिशेष रूप से दाहिनी तरफ़ दर्द हो,टांसिल्स का रंग  लाल हो बेला डोना(Beladona-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
7-हिपरसल्फ (Hepar Sulph-200)
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टांसिल्स पक जांये मवाद पडने की संभावना हो टांसिल्स कठोर हो जाये, दर्द गले के अतरिक्त कान एवं चेहरे के अन्य भाग तक जाये ऐसे में हिपरसल्फ (Hepar Sulph-200) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।यह दवा टांसिल्स  को फ़ोड देती है चीरा लगवाने की जरूरत नही पडती है।
8-साइलीशिया (Silicea-30)
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टांसिल्स  की अति उग्र अवस्था मवाद पड जाये सुई चुभने जैसी पीडा हो साइलीशिया (Silicea-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
9-लाइको पोडियम (Lycopodium-30)
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टांसिल्स  के कारण घाव हो जायें गर्म चीज के सेवन से कष्ट हो ठंण्डी वस्तु से आराम मिले ऐसे में लाइको पोडियम (Lycopodium-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
10-लैकेसिस(Lachesis-30)
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टांसिल्स का रंग बैगनी हो जाये स्पर्श करने में भी कष्ट हो तरल पदार्थ निगलने में कष्ट, ठोस पदार्थ निगलने में नही, दर्द कान के पिछ्ले हिस्से तक जाये बांये तरफ़ के टांसिल्स में बिशेष प्रभावी।लैकेसिस(Lachesis-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
11-फ़ाइटो लैक्का(Phytolacca-30)
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गले का लाल पड जाना ,उस पर नीले धब्बे दिखें गला गर्म हो, जीभ में जकडन,कान में रुकरुक कर दर्द हो जबडा ठीक से न खुले मुंह से लार बहे,दाहिना टांसिल्स बिशेष रूप से सूजा हो। ऐसे में फ़ाइटोलैक्का(Phytolacca-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
12-मर्क्युरियस आयोड रूबर(Mercuriusiadatus Ruber-30)
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बाई तरफ़ के टांसिल्स की स्थित बदतर हो जाना,काग का बढ जाना, गलद्वार सुर्खलाल,ऐसे में मर्क्युरियस आयोड रूबर(Mercuriusiadatus Ruber-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
13-पल्सेटिला(Pulsatilla-30)
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टांसिलाइटिस के साथसाथ लार ग्रन्थियों मे भी सूजन हो ,कानों मे तेज दर्द हो, कानों की जड में गांठ उभर आई हो जबडा खोलने में अत्यंत कष्ट हो स्तनों और अण्ड कोशों में संक्रमण हो। ऐसे में
पल्सेटिला(Pulsatilla-30) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।
14-लेडम (Ledum-200)
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टांसिलाइटिस के कारण गले में टिटेनस की आशंका होने पर लेडम (Ledum-200) की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लाभ न होने तक लें।चिकित्स्कीय सलाह भी अवश्य लें।
15-एलूमिना(Alumina-30)
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गले में खुश्की गले का एक दम सूखजाना ठंण्ड या नमी के मौसम में टांसिलाइटिस होना,टांसिलाइटिस का कठोर होना, ऐसे में एलूमिना(Alumina-30)की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लें शीघ्र लाभ मिलेगा।
16-बैराइटा-म्यूर-30(Baryta Mure-200)
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टांसिल्स की शिकायत काफ़ी पुरानी हो बडे हुये टांसिल्स के कारण सांस ले ने में तकलीफ़ , रक्तमिश्रित कफ़ आये मुख से सडी बदबू आये ,अत्यधिक  कम जोरी, रोगी में तपेदिक के अनुवांशिक लछ्ण होने पर बैराइटा-म्यूर-200(Baryta Mure-200)सप्ताह में एक बारलें।इसके बाद इसकी 30 शक्ति की खुराक अग्ले 15 दिनों तक लेने से रोगी को पूर्ण लाभ मिल जाता है।
17-नेट्रम फ़ास6x( Natrum Phos)
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धूम्र पान और पान मसाला खाने का आदी, क्रोधी स्वभाव ,पेट में अम्लता,जीभ पर सफ़ेद परत, और टांसिल्स की शिकायत  होने पर नेट्रम फ़ास6x( Natrum Phos) की 5-5  गोलिंयां एक सप्ताह त क लेने से आराम हो जाता है।यह बायो कैमिक दवा है।

 































मंगलवार, 17 मई 2016

गर्मी के मौसम में होम्योपैथिक चिकित्सा



लूलगने पर
गर्मी के मौसम में  लू लगना आम बात है ऐसी अवस्था में ग्लोनाइन-30 की  5-5 बूंद दिन में चार बार लेने से शीघ्र ही आराम मिल जाता है।य दि लू के साथ सिर दर्द भी है तो बेलाडोना(BELADONA)-30 की 5-5 बूंद दिन में दो  बार लें लें।

उल्टी व दस्त होने पर
गर्मी के अत्यधिक प्रकोप से व्यक्ति उल्टी व दस्त का शिकार हो जाता है।अगर समय पर इलाज न मिले तो लेने के देने पढ जाते है।ऐसे में आर्सेनिक एल्ब-(ARSENICALB) 30 की 5-5 बूंद दिन में दो  बार लेंने से तुरंत आराम आ जाता है।

उल्टी,जी मचलाना,उबकाई आना
जब भी गर्मी के मौसम में जी घबराये उल्टी व उबकाई  आये ऐसे में इपिकाक (EPICAC)- 30 की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लेंने से तुरंत आराम आ जाता है।

दस्त
गर्मी के मौसम में प्राय: दस्त लगने की शिकाय त हो जाती है इस वजह से शरीर का पानी तेज  गति से  कम होजाता है ऐसी अवस्था में पोडोफ़ाइलम(PODOPHYLUM)-30 की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लेंने से तुरंत आराम आ जाता है।इस के साथ ओ.आर.एस. जीवन रछक घोल का सेवन क रने से शीघ्र लाभ मिल जाता है।यदि दस्त का रंग स फ़ेद हो तो विरेट्रम एल्ब-(VERETREMALB)  - 30 की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लेंने से  आराम आ जाता है।

सफ़र के दौरान जी घबराना
जब भी सफ़र के दौरान जी घबराये तो काकुलस -30 की 5-5 बूंद 20-20 मिनट के अन्तराल से  तीन चार बार लेंने से आराम आजाता है।
गर्मी के मौसम में जब भी सर्दी खांसी हो तो ब्रायोनिया(BRAYONIA)-30 की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लेंने से  आराम आ जाता है।

हाथ पैर का दु:खना

यदि इस मौसम में हाथ पैरों मे बहुत अधिक दर्द हो तो ऐसी अवस्था में यूपो‍टोरियमपर्फ़-30 की 5-5 बूंद दिन में तीन बार लेंने से  आराम आ जाता है।

गर्मी के मौसम में पाचन संस्थान कमजोर हो जाता है ऐसी स्थित में नक्सवोमिका -30 व लाइकोपोडियम-30 की  5-5 बूंद दिन में तीन बार लेंने से  आराम आ जाता है।




रविवार, 15 मई 2016

होम्यो पैथी अपनायें रोग दूर भगायें



सुरेश 35 वर्ष के शरीर पर जगह जगह सींग जैसे मस्से निकल आये उनमें सूजन और चुभन भी होती जख्म वन जाते कास्टिकम-30 की 5-5 बूंद दिन में दो बार लेने से कुछ ही दिन में मस्से झड गये।

स्वेता 30 बर्ष की दांयी आंख से पिछ्ले कुछ दिनों से पानी निकलने की शिकायत हो गयी डाक्टर को दिखाने से पता चला कि आंख से पानी ले जाने वाली नली (Lachrymalduct)बन्द है  इसके लिये साईलेशिया -30 की  5-5 बूंद दिन में चार बार लेने से कुछ ही दिन में  पूरी तरह  से आराम आगया।

आरुषि 34 बर्ष को ऐसा महसूस होता कि उनका (uterus) नीचे की तरफ़ खिसक जाता है जिसके कारण बैठ कर काम करने में काफ़ी परेशानी होती| इसके लिये सीपिया -200 को रुई में भिगो कर (uterus)  में लगाने को दी इसके अतरिक्त लाईसन 1 M की  5-5 बूंद 15मिनट के अन्तर से तीन बार  सुबह खाली पेट लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह से आराम आगया।

रूबी 17 बर्ष को दांई पसली में बहुत तेज दर्द की शिकायत थी पहले यह दर्द धीमा धीमा होता धीरे धीरे बढता जाता शाम तक यह दर्द असहनीय हो जाता फ़िर धीरे धीरे अपने आप कम हो जाता यह समस्या पिछ्ले एक वर्ष से थी इसके अतरिक्त पैर के तलवों में जलन महसूस होती जलन के कारण सोते समय पैर चादर के बाहर निकालकर सोती, सुबह के समय भूख भी खूब लगती। इसके लिये सल्फर 1 M की  5-5 बूंद सप्ताह में एक दिन 15मिनट के अन्तर से तीन बार सुबह खाली पेट लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह से आराम आगया।

सुनिधि उम्र 12 बर्ष रात को आराम से सोती किन्तु आधी रात के बाद दायें कान में बहुत तेज दर्द होता दर्द के कारण बिस्तर पर उठ क र बैठजाती रोने लगती सेंकने से कुछ आराम मिलता।इसके लिये सीपिया 1 M की  5-5 बूंद सप्ताह में एक दिन 15मिनट के अन्तर से तीन बार सुबह खाली पेट लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह से आराम आगया।

अवधेश उम्र 60 वर्ष को कुछ दिन से ऐसा महसूस होता कि खोपडी के अन्दर दिमाग हिल सा रहा है।कोई दिमागी काम करें तो ऐसा महसूस होता कि दिमाग जाम हो गया है इसके लिये इन्डिगो -30 की  5-5 बूंद दिन में चार बार लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह  से आराम आगया।

रुचि 5 बर्ष के सिर में बहुत तेज दर्द की शिकायत पिछ्ले दो वर्ष से थी कई बार स्कूल में भी दर्द की शिकायत हो जाती जिस के कारण ब च्ची को स्कूल से घर लाना पडता।कई डाक्टरों को दिखाया लेकिन आराम नही आया घर बालों से बात करने पर पता चला कि एक बार बचपन में रुचि के सिर में बस में चढते समय पाइप से टकराने से चोट लग गयी थी। तभी से सिर में दर्द की शिकायत हो गई थी। इसके लिये नेट्म सल्फ 1 M की  5-5 बूंद  दिन मे चार बार लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह  से आराम आगया।

कमलागुप्ता 58 बर्षीय टांगो में बहुत तेज दर्द कोई चोट बगैरह के निशान नही कोई चोट नही बुखार आदि के चिन्ह नही फ़ोडा फ़ुन्सीं के भी शरीर पर निशान न ही सूजन के चिन्ह।इसके लिये काल्मिया -200 की  5-5 बूंद दिन में चार बार लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह से आराम आगया।

राज श्री उम्र 65 बर्ष उच्च रक्तचाप की शिकायत मानसिक तनाव भी रह्ता यह समस्या पिछ्ले दो बर्षों से थी जब से उनका बेटा सडक दुर्घट ना में मर गया था। इसके लिये इग्नेशिया -200 की  5-5 बूंद दिन में चार बार लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह से आराम आगया।

प्रिन्स आयु 15 बर्ष जब भी पढने को बैठता तो उस को नीद आने लगती। जब कि पहले वह पढने में काफ़ी अच्छा था  यह सम समस्या उ से पिछ्ले कुछ महीनों से हो र ही थी। इसके लिये जेलसिमियम  -30 की  5-5 बूंद दिन में चार बार लेने से कुछ ही दिन में पूरी तरह से आराम आगया। पढने में भी मन लगने लगा।







 

सोमवार, 25 अप्रैल 2016

होम्यो पैथी अपनायें रोग दूर भगायें











  • रोग निरोधक औषधियां

मधुमक्खी के काटने पर- आर्टिका यूरेन्स-30
किसी कीडे के काट्ने पर- कार्बोलिक एसिड-30
किसी जानवर के काटने पर- लीडमपाल 30-200
मुहासे होने पर-बर्बेरिस एक्वीफ़ोलियम य़ा साइलीसिया 30-200
कार में जाने से कै और मिचली - काकूलसइण्डिका -30या टेबेकम -30
हैजा(cholera) क्यूप्रम मैट-30या क्यूप्रम एसीटेट या कालराटोक्सिन-30
क्रूप खांसी- फ़ास्फ़ोरस -30,डिफ़्थीरियाडिफ़्थेरिन-30-200
अमीबिक डायसेन्ट्री- आर्सेनिक एल्ब-30-200
बेसीलरी डाय सेन्ट्री-मर्क कौर-30
एपिलेप्सी-इग्नेशिया-30
थकावट-कोका-30
ग्रर्मी के कारण थकावट -नेट्रमम्यूर-30
आपरेशन का डर-फ़ास्फ़ोरस-30-200
चोट लगने के बाद गैंगरीन का डर -सल्फ़्यूरिक एसिड-200
लूलगना- ग्लोनाइन-30
टाईफ़ाइड- टाईफ़ाइडनम 200 या ब्रायोनिया-200
काली खांसी- परट्यूसिन-200-1M
मलेरिया-चायना-30या नेट्र म म्यूर-30
खसरा-मोर बिलिनिम-200
मच्छर के काटने से पक जाने पर- स्टैफ़िसेगेरिया-30-200
मंम्पस (कनफ़ेड) -पेरोटिडनम-1M
पोलियो- लेथाइर स सेट-200
टासिल्स -बैराइटा कार्ब-200
स्माल पाक्स- वैरियोलिन म-200या थूजा-200
टिटनेस -लीडमपाल-200-1M य़ा टि्नेसटोक्सिन-200
मैनिन्जाइटिस(Meningits)-थूजा200 या बेलाडोना200
फ़्लू-इन्फ़्लूएंजिनम-200
छोटी माता(chikenpox)-पल्सेटिला-200 या 1M

रविवार, 24 अप्रैल 2016

रामबाण औषधि गिलोय


















जिस वृक्ष को यह अपना आधार बनती है-उसके गुण भी इसमें समाहित रहते हैं इस दृष्टि से नीम पर चढ़ी गिलोय श्रेष्ठ औषधि मानी जाती है

आप गिलोय को अपने घर के गमले में लगा कर रस्सी से उसकी लता को बांध सकते हैं इसके बाद इसके रस का प्रयोग कर सकते हैं गिलोय एक दवाई के रूप में जानी जाती है जिसका रस पीने से शरीर के अनेको प्रकार के कष्ट और बीमारियां दूर हो जाती हैं-

आजकल तो बाजार में गिलोय की गोलियां, सीरप, पाउडर आदि भी मिलना शुरु हो चुके हैं-गिलोय शरीर के दोषों (कफ ,वात और पित्) को संतुलित करती है और शरीर का कायाकल्प करने की क्षमता रखती है-

गिलोय का उल्टी-बेहोशी-कफ-पीलिया-धातू विकार-सिफलिस-एलर्जी सहित अन्य त्वचा विकार-चर्म रोग-झाइयां-झुर्रियां-कमजोरी-गले के संक्रमण-खाँसी-छींक-विषम ज्वर नाशक-टाइफायड-मलेरिया-डेंगू-पेट कृमि-पेट के रोग-सीने में जकड़न-जोडों में दर्द-रक्त विकार-निम्न रक्तचाप-हृदयदौर्बल्य-(टीबी)लीवर-किडनी-मूत्ररोग-मधुमेह-रक्तशोधक रोग प्रतिरोधक-गैस-बुढापा रोकने वाली-खांसी मिटाने वाली-भूख बढ़ाने वाली प्राकृतिक औषधि के रूप में खूब प्रयोग होता है-

टाइफायड, मलेरिया, डेंगू, एलीफेंटिएसिस, विषम ज्वर, उल्टी, बेहोशी, कफ, पीलिया, तिल्ली बढऩा, सिफलिस, एलर्जी सहित अन्य त्वचा विकार, झाइयां, झुर्रियां, कुष्ठ आदि में गिलोय का सेवन आश्चर्यजनक परिणाम देता है-यह शरीर में इंसुलिन उत्पादन क्षमता बढ़ाती है-गिलोय बीमारियों से लडऩे, उन्हें मिटाने और रोगी में शक्ति के संचरण में यह अपनी विशिष्ट भूमिका निभाती है-

डाले एक नजर इसके प्रयोग पर -

1बुखार को ठीक करने का इसमें अद्भुत गुण है पर यह मलेरिया पर अधिक प्रभावी नहीं है लेकिन शरीर की समस्त मेटाबोलिक क्रियाओं को व्यवस्थित करने के साथ सिनकोना चूर्ण या कुनाईनं (कोई भी एंटी मलेरियल) औषधि के साथ देने पर उसके घातक प्रभावों को रोक कर शीघ्र लाभ देती है -

2दीर्घायु प्रदान करने वाली अमृत तुल्य गिलोय और गेहूं के ज्वारे के रस के साथ तुलसी के 7 पत्ते तथा नीम के पत्ते खाने से कैंसर जैसे रोग में भी लाभ होता है-गिलोय की जड़ें शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है-यह कैंसर की रोकथाम और उपचार में प्रयोग की जाती है-

3गिलोय और पुनर्नवा मिर्गी में लाभप्रद होती है-इसे आवश्यकतानुसार अकेले या अन्य औषधियों के साथ दिया जाता है- अनेक रोगों में इसे पशुओं के रोगों में भी दिया जाता है-

4गिलोय उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए, शर्करा का स्तर बनाए रखने में मदद करता है- यह शरीर को दिल से संबंधित बीमारियों से बचाए रखता है-

5गिलोय एक रसायन है-यह रक्तशोधक- ओजवर्धक- ह्रुदयरोग नाशक शोधनाशक और लीवर टोनिक भी है-यह पीलिया और जीर्ण ज्वर का नाश करती है अग्नि को तीव्र करती है वातरक्त और आमवात के लिये तो यह महा विनाशक है-गिलोय की बेल गले में लपेटने से भी पीलिया में लाभ होता है गिलोय के काढ़े में शहद मिलाकर दिन में 3-4 बार पीने से पीलिया रोग ठीक हो जाता है-गिलोय के पत्तों को पीसकर एक गिलास मट्ठा में मिलाकर सुबह सुबह पीने से पीलिया ठीक हो जाता है-

6गिलोय के 6 इंच तने को लेकर कुचल कर उसमे 4 या 5 पत्तियां तुलसी की मिला ले तथा इसको एक गिलास पानी में मिला कर उबालकर इसका काढा बनाकर पीजिये और इसके साथ ही तीन चम्मच एलोवेरा का गूदा पानी में मिला कर नियमित रूप से सेवन करते रहने से जिन्दगी भर आपको कोई भी बीमारी नहीं आती है और यदि इसमें पपीता के 3-4 पत्तो का रस मिला कर लेने दिन में तीन चार लेने से रोगी को प्लेटलेट की मात्रा में तेजी से इजाफा होता है प्लेटलेट बढ़ाने का इस से बढ़िया कोई इलाज नहीं है-यह चिकन गुनियां डेंगू स्वायन फ्लू और बर्ड फ्लू में रामबाण होता है-

7गिलोय का चूर्ण शहद के साथ खाने से कफ और सोंठ के साथ आमवात से सम्बंधित बीमारीयां (गठिया) रोग ठीक होता है-गैस-जोडों का दर्द-शरीर का टूटना-असमय बुढापा-वात असंतुलित होने का लक्षण हैं तो गिलोय का एक चम्मच चूर्ण को घी के साथ लेने से वात संतुलित होता है-

8गिलोय और अश्वगंधा को दूध में पकाकर नियमित खिलाने से स्त्रियों को बाँझपन से मुक्ति मिलती हैं-

9क्षय (टी .बी .) रोग में गिलोय सत्व-इलायची तथा वंशलोचन को शहद के साथ लेने से लाभ होता है-गिलोय सत्व को कुचल कर बारीक पीस कर पानी में घोल ले और छान कर किसी बर्तन में धूप में रख दे जब सारा पानी उड़ जाए तो नीचे सफ़ेद पर्दार्थ प्राप्त होगा यही गिलोय सत्व है -

10प्रतिदिन सुबह-शाम गिलोय का रस घी में मिलाकर या शहद गुड़ या मिश्री के साथ गिलोय का रस मिलकर सेवन करने से शरीर में खून की कमी दूर होती है-

11गिलोय रस में खाण्ड डालकर पीने से पित्त का बुखार ठीक होता है और गिलोय का रस शहद में मिलाकर सेवन करने से पित्त का बढ़ना रुकता है-तथा कब्ज दूर होती है-

12फटी त्वचा के लिए गिलोय का तेल दूध में मिलाकर गर्म करके ठंडा करें- इस तेल को फटी त्वचा पर लगाए वातरक्त दोष दूर होकर त्वचा कोमल और साफ होती है-

13गिलोय को पानी में घिसकर और गुनगुना करके दोनों कानो में दिन में सिर्फ दो बार डालने से कान का मैल निकल जाता है और गिलोय के पत्तों के रस को गुनगुना करके इस रस को कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है-

14मट्ठे के साथ गिलोय का एक चम्मच चूर्ण सुबह शाम लेने से बवासीर में लाभ होता है-

15मुंहासे-फोड़े-फुंसियां और झाइयो पर गिलोय के फलों को पीसकर लगाये मुंहासे-फोड़े-फुंसियां और झाइयां दूर हो जाती है-।

शनिवार, 2 अप्रैल 2016

चिकित्स्कीय अनुभव

श्रवण शक्ति में अबरोध 
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श्रवण शक्ति में अबरोध कान का स्राव जब तक गिरता है  तब तक सुनाई  पडता है जब स्राव गि्रना बन्द हो जाता है तो सुनाई देना भी बन्द होजाता है।तब Ledum pal 200 एवं Lachasis200  की दो दो खु राकें प्रति दिन लेने से  कुछ ही दिनों में पूर्ण लाभ मिल जाता है।
नेत्र रोग
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85 बर्षीय रामकुमार शर्मा के रेटाइना में मटर के दाने के आकार का उभार होगया था  Merc core;6 एवं Thuja:30 पर्याय क्रम में देने से
दोसप्ताह में  पूर्ण लाभ मिल गया।
आंख में चोट
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शुभम 28 बर्ष को चेचक के कारण आंख में फ़ूला पड गया  इसमें Silicea :12x की खुराक दिन में दो बार देने से कुछ ही दिनो में फ़ूला ह्ट ग या।
टी०बी रोग में
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टी० बी ० रोग से ग्रसित रोगी को निम्न दवायें देने से रोगी रोग से मुक्त हो जाता है और उसकी सेहत भी ठीक हो जाती है
पहला महीना
Tuberculinum:10 M  आज और कल एक एक खुराक
दूसरामहीना
Tuberculinum:50M  आज और कल एक एक खुराक
तीसरामहीना
Tuberculinum:C.M आज और कल एक एक खुराक
इसके साथ ही तीनो महीनो में Hydrastis Can:Q ,20-20 बूंद आधा कप पानी के साथ दिन में दो बार लें ।
पाली पास
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नाक में दायी ओर यह रोग होने पर Kali Nitricum:30 सुबह शाम एवं Lemna minerQ दोपहर एवं रात में सोते समय लेने से शीघ्र ही लाभ मिल जाता है।
सिर में रूसी एवं खुजली
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सुमन उम्र 35 बर्ष सिर में चांदी की तरह मोटी परत जमी थी जिसमें असहनीय खुजली थी Alumina:200 और Mezcrium:200 की खुराकें पर्याय क्रम से सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से पूर्ण लाभ मिल गया।
बाल झडना
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रीना गुप्ता उम्र 35 बर्ष के सिर में रुपये के  आकार के बराबर के बाल जहां तहां उड गये थे
उन्हें  Phosphorus:1M तथा CalcriaPhos :6x दोपहर और रात में सोते समय  दिया एक माह के अन्दर सिर में बाल उगना शुरु होगये, कुछ ही दिनों में बाल घने हो गये।
आपरेशन के बाद गुप्तांग से पानी गिरना।
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राज वेटी उम्र  40 बर्ष आपरेशन के द्वारा उनका यूटरस निकाल दिया गया था लेकिन लगातार उससे पानी जैसा द्रव रिस रहा था। इन्हे  Calcria Carb :200 की खुराकें सुबह शाम देने से लाभ मिल गया।
बबासीर
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मनोज शर्मा उम्र  36 बर्ष को बबासीर के कारण चलते समय कोई परेशानी नही होती बैठने से काफ़ी परे शानी होती असहनीय दर्द होता। इस के लियेIgnatia:200 की खुराकें सुबह शाम देने से एक माह में पूर्ण लाभ मिल गया।
कलाई पर गांठ
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सुमन 28 बर्ष दायें हाथ में कुछ दिन पहले  सख्त गांठ उभर आयी  दबाने से दर्द होता। इसके लिये उक्त दवायें माह में एक बार तीन से चार माह तक दी Calcria Flor:CM आज तो कल Roota:10M दी कुछ समय में गांठे समाप्त हो गयी।
हाथ के पंजे में मस्सा
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  हाथ के पंजे में मस्सा  होने पर  Casticum:10 M  की एक खुराक माह में एक बार एवं Netrum Mure:30 की खुराकें सुबह शाम देने से  शीघ्र लाभ मिल  जाता है।
पैर में दर्द
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अनीता 35 बर्ष को सीडी पर चढने  और उतरने पर पैर में असहनीय दर्द होता था। Badiaga:30  की खुराकें सुबह शाम देने से  शीघ्र लाभ मिल  जाता है।
फोडा
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शुभम 45 बर्ष  कई सालों से फोडा बारी बारी से होता पक  कर फ़ूट जाता  इसके लिये Morbilinum:200 एवं CalcriaPicrata:200
 की खुराकें सुबह शाम दी बीच बीच में Siflinum-200 की खुराक दी । रोगी को पूर्ण आ राम आ गया।
दस्त रोग में
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दूध पीने बाले बच्चों को जब हरे दस्त हों तो Arundo M:3X देने से तुरन्त लाभ मिल जाता है।
पेशाब न होना
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माशूम बच्चों को यदि पेशाब अवरुद्ध हो जाये जिसके कारण बुखार भी हो जाये तो  Apis Mel:30 देने से शीघ्र लाभ मिल जाता है।
मलद्वार का लालहोना
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नवजात शिशुओं में अतिसार होने से मल द्वार लाल हो जाता है उक्त रोग मे  Mercdul :6   की कुछ  खुराकें  देने से शिशु को आराम आ जाता है।









शुक्रवार, 1 अप्रैल 2016

चिकित्स्कीय अनुभव


वमन होना
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गर्भा वस्था में प्रथम माह से लेकर अंतिम माह तक यदि वमन कै नही रुकता है तो AletrisfarQ एवं Symphoricarprace Q की पांच पांच वूदें पर्याय क्रम से पानी के साथ नियमित रूपसे दिन मे तीन से चार बार लेने से शीघ्र लाभ मिल जाता है।
जरायु एवं  मल द्वार बाहर निकलना
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गर्भावस्था में जरायु एवं मल द्वार दोनो एक साथ निकल ते हो तो उसमें collinsonia:30 की पांच पांच वूदें दिन मे तीन से चार बार लेने से शीघ्र लाभ मिल जाता है।
योनि में खुजली
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गर्भावस्था में या अन्य समय में योनिद्वार में असहनीय खुजली हो तो(vmix):Sulpher;30+Spigelia:30+Caladium:30+ Ambragrasia: 30  की  पांच वूदें दिन मे तीन से चार बार लेने से शीघ्र लाभ मिल जाता है।
गुप्तांग से बदबू आना
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गर्भावस्था में या अन्य समय में गुप्तांग से बदबू आए Kreosotum:10 M,  15 -15 दिनो  पर तीन खुराक लेने से  गुप्तांग की बदबू समाप्त हो जाती है।
स्वस्थ और सुन्दर बच्चा हो
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गर्भावस्था में सुन्दर बच्चा पैदा हो इसके लिये Sulpher:30 की एक खुराक सप्ताह में एक बार तथा Calcria Phos:6 x टेबलेट दिन मे तीन  बार लेने से बच्चा सुन्दर और स्वस्थ और बुद्धमान पैदा हो्ता है|
मलद्वार में खुजली
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गर्भावस्था में या अन्य समय यदि मलद्वार में असहनीय खुजली हो तो Slag:200 की पांच पांच वूदें दिन मे तीन से चार बार लेने से शीघ्र लाभ मिल जाता है।
गर्भावस्था में  दांत दर्द
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गर्भावस्था में  दांत दर्द होने पर Nux Moscata:200 की पांच पांच वूदें दिन मे तीन से चार बार लेने से शीघ्र लाभ मिल जाता है। इसके अत    रिक्त Sepia:30,Magn Carb 30, भी अच्छा काम करती है।














बुधवार, 30 मार्च 2016

होम्यो पैथी अपनायें रोग दूर भगायें

CINA
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अधिक भूख,वदमिजाज,हरसाल मौसम वदलने पर होने वाली खांसी, पेट में कीडों के कारण खांसी,दांत किट किटाना, चिडचिडा स्वभाव,शाम के स मय निश्चित समय पर होने वाले सिर दर्द में (शाम के छ: बजे),निश्चित समय पर होने वाले बुखारमें (शाम के तीन बजे),पेट में कीडों के कारण  विस्तर पर पेशाब,अधिकभूख लगना,
CONIUM
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पढाई में मन न लगना,अचानक चलते चलते गिरजाना,अचानक हाथ पैरों की ताकत चले जाना,कान में मोम जम जाने की प्रव्रत्ति,चोट लगने से गूमड बन जाये दर्द भी हो, शरीर में छोटी छोटी सख्त गांठे हो जायें।
IGNETIA
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हाथ पैरों का कंपकंपाना,शोक डर भय के कारण सिर दर्द,गले के अन्दरकी खाल जीभ से काट लेना,बबासीर के कारण कुर्सी पर बैठने से दर्द, च लने सेआराम आये,पिया हुया दूध या पानी नाक से निकले,सगे संबधी की मौत के कारण हुया सदमा शोक जिसके कारण भूख प्यास खतम ,खारिश जितना खुजलाओ और बढे, खांसी बैठने से बढे चलने से आरामआये,
TUBERCULINUM
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जिद्दी गुस्सैल,स्वभाव,कदछोटा,बायें कन्धे में तेज दर्द, छूना भी सहन न हो,पीठ में अचानक तेज दर्द,टीवी के कारण बुखार खांसी,कलाई से कोहनी की तरफ़ दर्द, मौसम बदलने से गला दुखे:टीवी के जहर को कम करने में ।
SILECIA
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ह्ड्डी जुडने के बाद जोड में अकडन,दर्द, कान का पर्दा फ़ट जाने पर कान बन्द ऐसा लगे मानो कान में रुई ठुसी हो,खौ्लते पानी से हुये जख्म, बच्चा मां का दूध पीते ही उल्टी कर दे पचा न पाये। दायी आंख से पानी आये(आंख से पानी ले जाने बाली नली अबरुद्ध,सोते समय बिस्तर पर पेशाब कर देना, पैरों के बीच बाली तीन उंगलियों के बीच नाखून में दर्द, ऐसा महसूस हो जैसे नाखून में तिनकाफ़ंसा हो।खोपडी के नीचे के हिस्से में दर्द, पैरों से दुर्गंन्ध युक्त पसीना,बाहरी फ़ोडा या फ़ुन्सी को फ़ोडने हेतु 6x पोटेन्सी में प्रयोग करें इस के साथ हीपर सल्फ 3xपोटेन्सीप्रयोग करें।
 THYROIDINUM
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सोते समय मिर्गी का दौरा,(पारिवार में किसी को नही)जवानी आने पर मुंह पर फ़ुंसिया।(अकारण तक लीफ़) कद छोटा, लडकों के स्तन बढ जायें, सोते समय बिस्तर पर पेशाब हो जाये,चेहरे पर रेसिस,शरीर में अचानक खारिस,छ्पाकी,जवानी में प्रवेश मान सिक अवस्था में बदलाव,
जीवन में बिना किसी कारण के स्वभावपरिर्तन,
 STAPHYSAGRIA
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आंख के आप्रेशन के बाद दर्द होने पर,धार दार हथियार से कटने ,कांच, चाकू, पतंग की डोर (मांझासे कटने पर),आप्रेशन के कुछ समय बाद  उसी स्थान पर दर्द हो।, क्रोध दबाने के कारण भूख नींद खत्म,पेशाब नली में हर समय दर्द किन्तु पेशाब  करते वक्त नही, आंख में गुहेरी,पेनिस में दर्द सलाई डालने के बाद,किसी के दु:ख या किसी पर अत्याचार देख ने से पेट दर्द होने लगे (गम पीने की मजबूरी)सीने में दर्द के कारण सांस रुक जाये।दिल में अचानक दर्द की चीस उठे,दांर निक ल वाने के बाद असह नीय दर्द हो।
नोट- सभी दवायें 30 पोटेन्सी में 5-6 गोली दिन में तीन बार 200 पोटेन्सी में 5-6 गोलीदिन में एक बार