होम्योपैथी अपनायें कब्ज दूर भगायें
आज कल हम देखते है कि हर एक व्यक्ति कब्ज से परेशान है ज्यादातर कब्ज अधिक मात्रा में गरिष्ठ भोजन ,गरम मसालेदार छोला,पनीर आदि की सब्जी पूडी, पराठा, मैगी, चाऊमीन,समोसा, डोसा, आदि फ़ास्ट फ़ूड, मांस ,मछ्ली, आदि का सेवन अधिक करने के कारण होता है इस में जलीय अंश कम होने के कारण मल सूखजाता है।अधिक समय तक मल आंतों में रहने के कारण वह सडने लगता है जिससे पाचन क्रिया कमजोर पड जाती है। जिसके परिणाम स्वरूप खाने के प्रति अरुचि, भूख का अभाव,सिरदर्द व उल्टी जीभ पर मैल की पर्त जमना स्वाद हीनता पेट में भारीपन तथा तनाव मालूम होना इसके साथ खट्टी व कडवी डकारें व जलन भी हो सकती है।
अधिक दिनो तक कब्ज होने के कारण अजीर्ण अपच कोलिक, गैस्ट्रिक, पेप्टिक अल्सर,एसीडिटी,बबासीर, पेचिस,वीर्यस्खलन, नींदनआना,खूनकीकमी आदि अनेक व्याधियां शरीर में अपना घर बना लेती है।इन समस्याओं से बचने के लिये हम निम्न लिखित दवाओं का सेवन कर इन व्याधियों से छुटकारा पासकते है।
1-नक्स वोमिका NuxVomika
दिन भर कुर्सी पर बैठ कर काम करने के कारण पेट साफ़ न होना बारबार मल त्याग हेतु प्रयास करना स्वभाव में चिडचिडा पन होने पर NuxVomika-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से कब्ज की समस्या से आराम आजाता है।
2-प्लम्बममेट- (Plumbummet)
कब्ज के साथसाथ शूल बेदना होना,पेट साफ़ न होना अफ़रा, पेट में भारीपन,मल काला गांठदार,मल छोटे गेंद के समान गोल होने जैसे लछ्ण मिलने पर प्लम्बममेट-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
3-एल्युमिना(Alumima)
कई दिनो का जमा हुआ सूखामल बकरी की लेंडी की तरह जोर लगाने पर मल होना। गुदा की कार्य छ्मता कमजोर पडना जैसे लछ्ण मिलने पर Alumima-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
4- ब्रायोनिया- (Bryonia)
रोगी को पाखाने की हाजत न होना कडा जला सा गांठदार सूखामल होना वातजनित कब्ज,तथा स्त्रियों को गर्भावस्था के दौरान कब्ज की शिकायत होना, आंतों का ठीक ढंग से कार्य न करना, गर्म तासीर होना,जैसे लछ्ण मिलने पर Bryonia-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
5-मैग्नीशिया म्यूर-
बच्चों के दांत निकलने के समय कब्ज की शिकायत होने पर बच्चों को बार बार अल्प मात्रा में भेड की मेंगनी की तरह का मल गुदा द्वार पर आकर टूट टूट कर गिरना जैसे लछ्ण मिलने पर मैग्नीशिया म्यूर-की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
6-ग्रेफ़ाइटिस-
गांठदार कडा मल पर आंव लिपटी हुई कई दिनों तक मल न होने, स्त्रियों को मासिक स्राव देर से होने के साथ लम्बी गांठों वाला मल के कारण गुदा का छिल जाना।जैसे लछ्ण मिलने पर ग्रेफ़ाइटिस-30की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
7-लाइको पोडियम (LycoPodium)
सूखा तथा कडे मल का बडे कष्ट के साथ थोडी मात्रा में निकलना ,पाखाना की हाजत होने पर भी पाखाना न होना। पेट में आवाज होना,पेट के निचले हिस्से में गैस के कारण भारीपन महसूस होनाजैसे लछ्ण मिलने पर LycoPodium-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से कब्ज की समस्या से आराम आजाता है।
8-हाइड्रास्टिस-(HyadrastisQ)
सुबह के नाश्ते से पहले इस औषधि के मूल अर्क को दो बूंद के मात्रा में कई दि्नों तक सेवन करते रहने से कब्ज में लाभ होता है। यदि केवल कब्ज की ही शिकायत हो तो हाइड्रास्टिस नक्सवोम की अपेक्षा अच्छा काम करती है।
9-एसिड नाइट्रिक(AcidNatric)
मल बहुत थोडा थोडा होना मल हो जाने के बाद घन्टों कटने जैसा गुदाद्वार में दर्द और जलन महसूस होना मल के साथ रक्त आना बबासीर की शिकायत होना जैसे लछ्ण मिलने पर AcidNatric-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से कब्ज की समस्या से आराम आजाता है।
10-फ़ास्फ़ोरस(Phasphorus)
कुत्ते के मल की तरह लंम्बे बडे टुकडे में मल होना, प्यास अधिक होना जैसे लछ्ण मिलने पर दुबले.पतले लम्बे गोरे रंग के रोगियों मे अधिक कारगर
इसके अतरिक्त बायोकैमिक न० 4 की 4- 4 गोलिंयां सुबह शाम लेने से काफ़ी लाभ मिलता है
खानपान
कब्ज से बचने के लिये तली हुयी चीजों से बचना चाहिये सलाद और रेशेदार सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिये। पानी अधिक मात्रा में पियें
आज कल हम देखते है कि हर एक व्यक्ति कब्ज से परेशान है ज्यादातर कब्ज अधिक मात्रा में गरिष्ठ भोजन ,गरम मसालेदार छोला,पनीर आदि की सब्जी पूडी, पराठा, मैगी, चाऊमीन,समोसा, डोसा, आदि फ़ास्ट फ़ूड, मांस ,मछ्ली, आदि का सेवन अधिक करने के कारण होता है इस में जलीय अंश कम होने के कारण मल सूखजाता है।अधिक समय तक मल आंतों में रहने के कारण वह सडने लगता है जिससे पाचन क्रिया कमजोर पड जाती है। जिसके परिणाम स्वरूप खाने के प्रति अरुचि, भूख का अभाव,सिरदर्द व उल्टी जीभ पर मैल की पर्त जमना स्वाद हीनता पेट में भारीपन तथा तनाव मालूम होना इसके साथ खट्टी व कडवी डकारें व जलन भी हो सकती है।
अधिक दिनो तक कब्ज होने के कारण अजीर्ण अपच कोलिक, गैस्ट्रिक, पेप्टिक अल्सर,एसीडिटी,बबासीर, पेचिस,वीर्यस्खलन, नींदनआना,खूनकीकमी आदि अनेक व्याधियां शरीर में अपना घर बना लेती है।इन समस्याओं से बचने के लिये हम निम्न लिखित दवाओं का सेवन कर इन व्याधियों से छुटकारा पासकते है।
1-नक्स वोमिका NuxVomika
दिन भर कुर्सी पर बैठ कर काम करने के कारण पेट साफ़ न होना बारबार मल त्याग हेतु प्रयास करना स्वभाव में चिडचिडा पन होने पर NuxVomika-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से कब्ज की समस्या से आराम आजाता है।
2-प्लम्बममेट- (Plumbummet)
कब्ज के साथसाथ शूल बेदना होना,पेट साफ़ न होना अफ़रा, पेट में भारीपन,मल काला गांठदार,मल छोटे गेंद के समान गोल होने जैसे लछ्ण मिलने पर प्लम्बममेट-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
3-एल्युमिना(Alumima)
कई दिनो का जमा हुआ सूखामल बकरी की लेंडी की तरह जोर लगाने पर मल होना। गुदा की कार्य छ्मता कमजोर पडना जैसे लछ्ण मिलने पर Alumima-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
4- ब्रायोनिया- (Bryonia)
रोगी को पाखाने की हाजत न होना कडा जला सा गांठदार सूखामल होना वातजनित कब्ज,तथा स्त्रियों को गर्भावस्था के दौरान कब्ज की शिकायत होना, आंतों का ठीक ढंग से कार्य न करना, गर्म तासीर होना,जैसे लछ्ण मिलने पर Bryonia-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
5-मैग्नीशिया म्यूर-
बच्चों के दांत निकलने के समय कब्ज की शिकायत होने पर बच्चों को बार बार अल्प मात्रा में भेड की मेंगनी की तरह का मल गुदा द्वार पर आकर टूट टूट कर गिरना जैसे लछ्ण मिलने पर मैग्नीशिया म्यूर-की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
6-ग्रेफ़ाइटिस-
गांठदार कडा मल पर आंव लिपटी हुई कई दिनों तक मल न होने, स्त्रियों को मासिक स्राव देर से होने के साथ लम्बी गांठों वाला मल के कारण गुदा का छिल जाना।जैसे लछ्ण मिलने पर ग्रेफ़ाइटिस-30की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से से आराम आजाता है।
7-लाइको पोडियम (LycoPodium)
सूखा तथा कडे मल का बडे कष्ट के साथ थोडी मात्रा में निकलना ,पाखाना की हाजत होने पर भी पाखाना न होना। पेट में आवाज होना,पेट के निचले हिस्से में गैस के कारण भारीपन महसूस होनाजैसे लछ्ण मिलने पर LycoPodium-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से कब्ज की समस्या से आराम आजाता है।
8-हाइड्रास्टिस-(HyadrastisQ)
सुबह के नाश्ते से पहले इस औषधि के मूल अर्क को दो बूंद के मात्रा में कई दि्नों तक सेवन करते रहने से कब्ज में लाभ होता है। यदि केवल कब्ज की ही शिकायत हो तो हाइड्रास्टिस नक्सवोम की अपेक्षा अच्छा काम करती है।
9-एसिड नाइट्रिक(AcidNatric)
मल बहुत थोडा थोडा होना मल हो जाने के बाद घन्टों कटने जैसा गुदाद्वार में दर्द और जलन महसूस होना मल के साथ रक्त आना बबासीर की शिकायत होना जैसे लछ्ण मिलने पर AcidNatric-30 की 10-10 बूंद एक चौथाई कप पानी के साथ सुबह शाम कुछ दिनों तक लेने से कब्ज की समस्या से आराम आजाता है।
10-फ़ास्फ़ोरस(Phasphorus)
कुत्ते के मल की तरह लंम्बे बडे टुकडे में मल होना, प्यास अधिक होना जैसे लछ्ण मिलने पर दुबले.पतले लम्बे गोरे रंग के रोगियों मे अधिक कारगर
इसके अतरिक्त बायोकैमिक न० 4 की 4- 4 गोलिंयां सुबह शाम लेने से काफ़ी लाभ मिलता है
खानपान
कब्ज से बचने के लिये तली हुयी चीजों से बचना चाहिये सलाद और रेशेदार सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिये। पानी अधिक मात्रा में पियें
In addition to homeopathic herbal supplement is also safe and effective. It targets the body system that is responsible for constipation.visit http://www.hashmidawakhana.org/constipation-chronic-constipation-herbal-churna.html
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