शुक्रवार, 31 अगस्त 2012

'चुगलची का मकबरा(श्रद्धालु) चप्पल-जूतों से मकबरे में बनी कब्र को पीटते हैं


उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के एक मकबरे में जियारत के लिए लोग चप्पल-जूतों का इस्तेमाल करते हैं। यहां आने वाले जायरीन (श्रद्धालु) चप्पल-जूतों से मकबरे में बनी कब्र को पीटते हैं। लोगों की मान्यता है कि इस अनोखी जियारत के जरिए वे सभी संकटों से मुक्त रहेंगे। लेकिन अब यह मकबरे वक्त की मार झेलते झेलते टूट रहा है भले है यह मकबरा चुगलखोरी की याद दिलाता हो लेकिन दुनिया मे इकलोता होने की वजह से इसके टूटने का दर्द जरुर है l इटावा के बाहरी इलाके दतावाली में स्थित 'चुगलची का मकबरा' में जियारत का यह अनोखा तरीका एक परंपरा बन गई है। सैकड़ों वर्षो से यहां यह अनोखी परंपरा चली आ रही है। करीब 500 साल पुराना यह मकबरा सुनसान जगह पर है, वहां आस-पास आबादी नहीं है। वह चारों तरफ से ऊंची नक्कासीदार दीवारों से घिरा है लेकिन ऊपर छत नहीं है।
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के एक मकबरे में जियारत के लिए लोग चप्पल-जूतों का इस्तेमाल करते हैं। यहां आने वाले जायरीन (श्रद्धालु)...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें