सभी किसान भाइयों एवं बागबानी में रूचि रखने बाले सभी साथियों नमस्कार को आज हम बात करेंगे
खाद फैक्ट्री की जो मात्र 800 रूपये में तैयार हो जाती है इसकी स्थापना के बाद किसान को रासायनिक खाद की जरूरत ही नहीं पड़ेगी चौंक गए न आप तो पूरी पोस्ट अंत तक पढ़िए हमें सबसे पहले 200 लीटर छमता का एक ड्रम लेना है इसके बाद हमें तीन स्टॉपर लेने है अब ड्रम में नीचे से एक फ़ीट ऊपर की तरफ पहला स्टॉपर लगाना है दूसरा स्टॉपर ठीक पहले स्टॉपर के डेढ़ फ़ीट ऊपर लगाना है और तीसरा स्टॉपर पीछे की तरफ ड्रम की तली से सटा कर लगाना है जैसा कि चित्र में दिख रहा है ये सभी सामान किसी हार्ड बेयर की दुकान से आसानी से मिल जायेगा | लो आपकी खाद फैक्ट्री बन कर तैयार हो गई | अब बात करते है इस खाद फैक्ट्री में खाद तैयार कैसे करेंगे तो उसकी जान कारी भी जान लीजये सबसे पहले १ किलो ग्राम देशी गाय का गोबर और 5 लीटर गऊ मूत्र और 100 ग्राम गुड़ को एक टब में मिक्स करके खाली ड्रम में पलट दें आप सोच रहे होंगे कि देशी गाय का गोबर ही क्यों ? इसका कारण है देशी नस्ल के गाय के गोबर में उपयोगी जीवाणु शीघ्रता से उत्पन्न होते है | उसके बाद ड्रम को पानी से ऊपर तक भर दें एक लकड़ी के डंडे से इस घोल को मिलाए | ड्रम को किसी मोटे कपडे या बोरे से ढक दे जिससे ड्रम के अंदर कीट पतंगे आदि न जा पाए | तैयार मिश्रण को 24 घण्टे तक ऐसे ही छोड दे | २४ घंटे के बाद उपयोग के लिए बेहतरीन तरल खाद बन कर तैयार हो गई | अब हम अपनी ज़रूरत के अनुसार इस तरल खाद को
किसी भी फ़सल में उपयोग कर सकते है | यदि हमें तरल खाद की 25 लीटर या उससे कम मात्रा की आवश्कयता है तो ऊपर बाले स्टॉपर को खोल कर तरल खाद निकाल सकते है | यदि ज्यादा मात्रा की आवश्कयता है तो नीचे के स्टॉपर का प्रयोग कर सकते है | अब बात करते है तीसरे स्टॉपर की जो हमने ड्रम की तली से सटा कर लगाया है | इसका काम तली में जमा जैविक कचरे को निकलने के लिए किय जाता है | किसान इस तरल खाद का प्रयोग प्रति सप्ताह कर सकते है | यदि ज्यादा बार भी करते तो कोई हानि नहीं होगी | ये तरल खाद पूरी तरह से प्राकृतिक है इसमें नायट्रोजन , फास्फोरस, पोटॉश ,भरपूर मात्रा में होने के कारण पौधे के साथ साथ जमीन का भी पोषण करती है | सबसे बड़ी बात है किसान का बहुत सारा पैसा बचेगा और समाज को जैविक उत्पाद प्राप्त होगें | पोस्ट अच्छी लगे तो अधिक से अधिक शेयर करे जिससे अधिक से अधिक किसानो को ये जानकारी प्राप्त हो | जय किसान जय ग्राहक
खाद फैक्ट्री की जो मात्र 800 रूपये में तैयार हो जाती है इसकी स्थापना के बाद किसान को रासायनिक खाद की जरूरत ही नहीं पड़ेगी चौंक गए न आप तो पूरी पोस्ट अंत तक पढ़िए हमें सबसे पहले 200 लीटर छमता का एक ड्रम लेना है इसके बाद हमें तीन स्टॉपर लेने है अब ड्रम में नीचे से एक फ़ीट ऊपर की तरफ पहला स्टॉपर लगाना है दूसरा स्टॉपर ठीक पहले स्टॉपर के डेढ़ फ़ीट ऊपर लगाना है और तीसरा स्टॉपर पीछे की तरफ ड्रम की तली से सटा कर लगाना है जैसा कि चित्र में दिख रहा है ये सभी सामान किसी हार्ड बेयर की दुकान से आसानी से मिल जायेगा | लो आपकी खाद फैक्ट्री बन कर तैयार हो गई | अब बात करते है इस खाद फैक्ट्री में खाद तैयार कैसे करेंगे तो उसकी जान कारी भी जान लीजये सबसे पहले १ किलो ग्राम देशी गाय का गोबर और 5 लीटर गऊ मूत्र और 100 ग्राम गुड़ को एक टब में मिक्स करके खाली ड्रम में पलट दें आप सोच रहे होंगे कि देशी गाय का गोबर ही क्यों ? इसका कारण है देशी नस्ल के गाय के गोबर में उपयोगी जीवाणु शीघ्रता से उत्पन्न होते है | उसके बाद ड्रम को पानी से ऊपर तक भर दें एक लकड़ी के डंडे से इस घोल को मिलाए | ड्रम को किसी मोटे कपडे या बोरे से ढक दे जिससे ड्रम के अंदर कीट पतंगे आदि न जा पाए | तैयार मिश्रण को 24 घण्टे तक ऐसे ही छोड दे | २४ घंटे के बाद उपयोग के लिए बेहतरीन तरल खाद बन कर तैयार हो गई | अब हम अपनी ज़रूरत के अनुसार इस तरल खाद को
किसी भी फ़सल में उपयोग कर सकते है | यदि हमें तरल खाद की 25 लीटर या उससे कम मात्रा की आवश्कयता है तो ऊपर बाले स्टॉपर को खोल कर तरल खाद निकाल सकते है | यदि ज्यादा मात्रा की आवश्कयता है तो नीचे के स्टॉपर का प्रयोग कर सकते है | अब बात करते है तीसरे स्टॉपर की जो हमने ड्रम की तली से सटा कर लगाया है | इसका काम तली में जमा जैविक कचरे को निकलने के लिए किय जाता है | किसान इस तरल खाद का प्रयोग प्रति सप्ताह कर सकते है | यदि ज्यादा बार भी करते तो कोई हानि नहीं होगी | ये तरल खाद पूरी तरह से प्राकृतिक है इसमें नायट्रोजन , फास्फोरस, पोटॉश ,भरपूर मात्रा में होने के कारण पौधे के साथ साथ जमीन का भी पोषण करती है | सबसे बड़ी बात है किसान का बहुत सारा पैसा बचेगा और समाज को जैविक उत्पाद प्राप्त होगें | पोस्ट अच्छी लगे तो अधिक से अधिक शेयर करे जिससे अधिक से अधिक किसानो को ये जानकारी प्राप्त हो | जय किसान जय ग्राहक
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