शनिवार, 2 मई 2020

khad factory

  सभी  किसान  भाइयों  एवं बागबानी  में  रूचि  रखने  बाले  सभी   साथियों नमस्कार को आज हम बात करेंगे
खाद  फैक्ट्री  की  जो मात्र 800  रूपये  में  तैयार  हो  जाती है  इसकी स्थापना  के  बाद  किसान  को  रासायनिक  खाद  की  जरूरत  ही  नहीं   पड़ेगी चौंक  गए  न आप  तो  पूरी  पोस्ट  अंत  तक  पढ़िए     हमें  सबसे  पहले     200  लीटर  छमता  का  एक ड्रम  लेना है  इसके  बाद  हमें  तीन  स्टॉपर लेने  है अब  ड्रम  में नीचे  से  एक फ़ीट  ऊपर  की  तरफ पहला  स्टॉपर  लगाना  है  दूसरा  स्टॉपर  ठीक  पहले  स्टॉपर  के  डेढ़  फ़ीट ऊपर   लगाना  है  और  तीसरा  स्टॉपर  पीछे  की  तरफ  ड्रम  की तली  से  सटा  कर  लगाना  है  जैसा  कि  चित्र  में  दिख  रहा  है  ये  सभी  सामान  किसी  हार्ड बेयर  की  दुकान  से  आसानी  से मिल जायेगा  |  लो   आपकी  खाद  फैक्ट्री  बन  कर  तैयार  हो गई |  अब  बात  करते  है  इस  खाद  फैक्ट्री  में  खाद  तैयार  कैसे  करेंगे   तो  उसकी  जान कारी  भी   जान  लीजये  सबसे  पहले  १ किलो ग्राम  देशी  गाय  का  गोबर   और  5  लीटर गऊ मूत्र  और  100  ग्राम  गुड़  को  एक   टब  में  मिक्स  करके  खाली  ड्रम  में  पलट  दें   आप  सोच  रहे  होंगे  कि  देशी  गाय  का  गोबर  ही  क्यों  ? इसका  कारण  है  देशी  नस्ल  के  गाय  के  गोबर  में उपयोगी  जीवाणु शीघ्रता  से  उत्पन्न  होते  है   |   उसके  बाद ड्रम  को पानी  से  ऊपर  तक  भर  दें   एक  लकड़ी  के  डंडे  से  इस  घोल  को  मिलाए |  ड्रम  को  किसी  मोटे  कपडे  या  बोरे  से  ढक  दे  जिससे  ड्रम  के अंदर कीट  पतंगे  आदि न   जा पाए  | तैयार  मिश्रण  को  24  घण्टे  तक ऐसे ही  छोड  दे | २४ घंटे  के बाद उपयोग  के लिए  बेहतरीन तरल  खाद  बन  कर  तैयार  हो गई |  अब  हम  अपनी  ज़रूरत   के  अनुसार इस  तरल खाद को
किसी भी  फ़सल  में  उपयोग  कर  सकते  है | यदि  हमें तरल  खाद  की  25  लीटर  या  उससे कम  मात्रा  की  आवश्कयता  है  तो ऊपर  बाले  स्टॉपर  को  खोल  कर तरल  खाद निकाल  सकते है | यदि  ज्यादा  मात्रा  की  आवश्कयता  है  तो  नीचे  के   स्टॉपर  का  प्रयोग  कर  सकते  है | अब  बात  करते  है तीसरे  स्टॉपर  की  जो  हमने   ड्रम  की तली  से  सटा  कर  लगाया  है |  इसका  काम  तली  में  जमा  जैविक  कचरे  को निकलने  के लिए  किय जाता  है | किसान  इस  तरल खाद  का  प्रयोग  प्रति सप्ताह   कर  सकते  है |  यदि ज्यादा   बार  भी  करते  तो  कोई  हानि नहीं  होगी | ये  तरल  खाद  पूरी  तरह  से प्राकृतिक है इसमें  नायट्रोजन , फास्फोरस, पोटॉश ,भरपूर  मात्रा  में  होने  के कारण   पौधे  के साथ साथ  जमीन  का भी  पोषण  करती  है | सबसे  बड़ी  बात  है  किसान  का बहुत  सारा  पैसा  बचेगा  और  समाज  को  जैविक उत्पाद  प्राप्त  होगें | पोस्ट  अच्छी लगे  तो  अधिक से अधिक   शेयर  करे जिससे  अधिक  से अधिक   किसानो  को   ये  जानकारी  प्राप्त  हो |  जय किसान  जय ग्राहक

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