बदमाशी तेरा आसरा।
नगर परिषद बालोतरा में 5 करोड़, 1 लाख (501 लाख) का खुलेआम घोटाला।
नगर परिषद बालोतरा में 5 करोड़, 1 लाख (501 लाख) का खुलेआम घोटाला।
नगर परिषद बालोतरा द्वारा जारी ई निविदा क्रमांक न.पा.बा. / ई - निविदा / 2020 / 15101 दिनांक 24.02.2020 ई निविदा आमंत्रण सूचना 1-14 / 2020 आमंत्रित की गई। जिस पर मैने तुरंत प्रभाव से रोक लगा कर विधिवत कार्यवाही हेतु DLB और NPB सभापति को पत्र लिखे। क्योंकि इसमें विस्तृत घोटाला होना स्पष्ट प्रतीत हो रहा है। नगर परिषद बालोतरा द्वारा 14 कार्यों जिसमे साफ - सफाई, अनुबंधन पर कर्मचारी रखना, घर - घर कचरा संग्रहण एवं मैने विद मशीन कार्य कि एक निविदा क्रमांक न.पा.बा. / ई - निविदा / 2020 / 15101 दिनांक 24.02.2020 ई निविदा आमंत्रण सूचना 1-14 / 2020 जिसका कुल मूल्य 5 करोड़ , 1 लाख है, आमंत्रित की। जिसे दिनाक 27.03.2020 को खोली जानी थी लेकिन वैविश्वक महामारी कोविड -19 के चलते 17.05.2020 तक लॉकडाऊन के चलते आगे बढ़ा दी गई व दिनांक 18.05.2020 को दोपहर 01:00 तक निविदाएं मांगी गई है जिन्हे 20.05.2020 को सुबह 10 बजे खोली जानी थी। लेकिन हमारे द्वारा सभापति नगर परिषद बालोतरा श्रीमती सुमित्रा जैन को लिखे गए पत्र पर उन्होंने गौर कर दिनांक 19 मई 2020 को नगर परिषद आयुक्त को लेटर लिखकर जारी उपरोक्त निविदा निरस्त करने का आदेश जारी किया। क्योंकि उक्त निविदाओं के आमंत्रण मे शर्तों को पढ़ने पर साफ प्रतीत होता है कि आयुक्त, कार्यालय नगर परिषद बालोतरा अपने चहेते व्यक्ति देवाराम, रेडी संस्थान को यह ठेका देना चाहते है। इस निविदा में ऐसी-ऐसी आश्चर्यजनक शर्ते डाली गई है कि इस निविदा से कई ठेकेदार अपने आप ही बाहर हो गये तथा कुछ कॉन्ट्रैक्ट में हिंदुस्तान का कोई भी ठेकेदार पार्टिसिपेट नहीं कर सकता और अगर वह पार्टिसिपेट करता है तो वह असफल रहता है। जैसे कि इस निविदा में भाग लेने वाले ठेकेदार का 50 लाख का वार्षिक टर्न ओवर होना, ESI व PF का 3 वर्ष का चालाना होना, न्यूनतम 50/100 श्रमिकों को एक साथ लगाये हुऐ होने का अनुभवन होना, संबंधधित ठेकेदार का बालोतरा मे कार्यालय होना। इस प्रकार कुल 14 शर्ते रखी गयी है जिसकी कुल 100 नम्बर की एक अंक तालिका रची गई है। खास बात यह है कि 12 शर्तों के 100 मे से 2 व 3 नम्बर दिये तथा इसके अलावा 2 शर्तों के 30 व 40 नम्बर दिये जाने थे। यह निविदा आमंत्रित करने के पिछे आयुक्त, कार्यालय नगर परिषद बालोतरा का मकसद अपने उपरोक्त चहेते व्यक्ति को ठेका जारी कर भ्रष्टाचार करना रहा है। इस निविदा में खुले आम राजस्थान लोक उपापन मे पारदर्शिता अधिनियम 2012 का उल्घंन किया गया है। यह निविदा पारदर्शिता को खत्म करती है व करप्शन को बढ़ावा देती है, जनता का विश्वास खत्म करती है व बोली-दाताओं मे क्षेत्र के आधार पर भेद उत्पन कर व्यक्ति विशेष तथा पूर्व अर्हता को फायदा पहुंचाने वाली है। यह निविदा उक्त अधिकारी ने अपनी मन मर्जी से उक्त कानून को ताक पर रख कर जारी की है जो गैर कानूनी व अवैधानिक कृत्य है। उक्त निविदा दिनांक 20.05.2020 को खुलने वाली थी जिस पर तुरंत रोक लगा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ विधिवत कार्यवाही करें व शर्तों को आसान, कॉमन व पारदर्शिता युक्त बनाने हेतु ताकी इसमे अन्य व्यक्ति/फर्मे भी भाग ले सकें। अन्यथा विधिक कार्यवाही की जायेगी, पत्र दिनांक 18 मई 2020 को डीएलबी एवं नगर परिषद बालोतरा की सभापति को लिखा।
इस रेडी संस्थान के राजस्थान मे लगभग 25 से 30 स्थानीय निकायों में ठेके चल रहे है तथा हर जगह करप्शन चल रहा है। रेडी के मालिक के साथ कई विधायक एवं मंत्री लोग भी शामिल हैं। मैं राजस्थान के सभी नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि जिनकी जानकारी में जहां पर भी इस कॉन्टैक्टर के कॉन्ट्रैक्ट ध्यान में आए, उसके संबंध में आप मुझे अविलंब सूचित करें।
रेडी संस्थान को पिछले 2 वर्षों से यही टेंडर दिये जा रहा है तथा वर्ष 2019 में इस टेंडर को एक्सटेंड किया गया, जो पूर्णतया एक गैर कानूनी व अवैधानिक गतिविधि है, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा तथा वह इस कांड की सजा से बच नहीं सकते, किसी भी सूरत मे।
मजे की बात यह है कि इस निविदा के विज्ञापन तीन अखबारों में दिए गए थे 1.हिंदुस्तान टाइम्स, 2. तरुण राजस्थान एवं 3. दैनिक नवज्योति। जबकि बालोतरा के सबसे मोस्ट पॉपुलर अखबार दैनिक भास्कर और राजस्थान पत्रिका है। जिनमें इन्होंने इस निविदा की कोई विज्ञप्ति जारी नहीं की। यह कृत्य भी विधि का उल्लंघन है तथा इस पूरी प्रक्रिया मे कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई है।
अब आवाज उठी हैं तो दूर तलक जाएगी।
इस मामले मे मैं नगर परिषद बालोतरा की सभापति श्रीमती सुमित्रा जैन के साहस की मुक्त कंठ से प्रशंसा करता हूं कि उन्होंने बड़े व करप्ट लोगों से सीधी टक्कर ली है। मुझे लगता है कि इसमें वह विजयी होकर निकलेगी। उन्होने उचित समय पर उचित निर्णय ले कर अपनी काबिलियत का परिचय दिया है। इनका निर्णय करप्ट लोगों की कब्र खोदने के लिए पर्याप्त होगा। नगर परिषद बालोतरा की सभापति श्रीमती सुमित्रा जैन जिन्हें राजनीति का विस्तृत अनुभव नहीं होने के बावजूद ऐसे बोल्ड निर्णयों से उनमे जनता को एक अच्छे एवं काबिल लीडर के गुण नजर आ रहे है जो उन्हे बहुत ही आगे तक ले जाएंगे वह बालोतरा की जनता को न्याय एवं विकास मिलने की उम्मीद है। इन्होंने बहुत ही बोल्ड डिसीजन लिया है जो बालोतरा के लिए मील का पत्थर साबित होगा।