मंगलवार, 16 दिसंबर 2014

होम्यो पैथी अपनाये रोग दूर भगाये भाग -11

होम्यो पैथी अपनाये रोग दूर भगाये भाग -11

१७५-अन्शुल ४ साल के दूध के दांत गिर गये परन्तु पक्के दांत आने में देर हो रही थी। कैल्केरिया  फ़ास देने से उसके पक्के दंत आने शुरु हो गये।

१७६-संजय के मल द्वार से हर समय  लहू निकलता रह्ता पर टट्टी के द्वारा कभी भी खून नही निकलता।कोबाल्ट -२०० देने से आराम आगया।

१७७-पिंकी ७ साल उसको बहुत फ़ोडे फ़ुन्सियां निकलती फ़ुन्सियां के पकने पर  उनसे  मवाद निकलती ही रह्ती। घाव काफ़ी दिनो तक ठीक ही न होते। कैल्केरिया -३० देने से मवाद निकलना बन्द होगया।

१७८- महेन्द्र सिंह ५० साल पैर के अंगूठे के पास बहुत सूजन और दर्द था। दर्द के कारण रात को नींद नही आती। चलना फ़िरना कठिन था। बारबरिस-३०( Ber beris -30)  की तीन खुराकें प्रति दिन तीन दिन तक देने से सूजन और दर्द दोनो में आ राम आग या। पैर के अंगूठे या पैर की उंगलियों में गठिया( S ciatica)  के दर्द के लिये बारबरिस बढिया दबा है।

१७९-मंजू  २८ साल के फ़ेफ़डों  की झिल्ली में पानी भर गया था।(Pleuresy)  एकोनाइट और ब्रायोनियां देने से Pleuresy में आराम हो गया।  लेकिन सांस लेने में परेशा नी होरही थी।एब्रोटेनम-२०० (Abrotanum-200)  देने से पूरी तरह से आराम आगया।

१८०-कोमल ७ महीने की उसे हरे रंग की टट्टियां  लग गई  बच्ची मां के दूध के अलावा कुछ नही ले रही थी, पूछ्ने पर पता चला कि पिछ्ले दिन मां ने खूब मिठाई खाई थी। अर्जेन्ट-नाइट्रिकम २०० उसको और उसकी मां को देने से बच्ची की टट्टियां ठीक होगई।

१८१-राम शंकर ७० साल को रात के समय खांसी का दौरा पडता खांसी से शुरु होता और नाक से पतला पानी निकलने लगता गले से पतली बलगम  खांसी के साथ निकलती । लछणानु सार कई दबाईयां दी आराम नही मिला   पूछने पर चला कि जब वह पेट के बल लेट्ता है तो उसे आराम मिलता है। बरेटाकार्ब-३०(Barytacarb) देने से उसे खांसी में आराम आगया।

१८२-संजीव १६ साल जब शाम को सोने लगता तो उसे बुखार रहता जब तक सोता रह्ता। और उठने पर बुखार उतर जाता कलेडियम २००(Caladium-200) की एक खुराक से उसका बुखार ह्ट गया|

१८३-रंजना ५० साल रात को बहुत खांसी आती जिसकी बजह से वह सो भी न सकती थी। उसने बताया खांसी का दौरा रात की पहली नींद के बाद ही शुरु होता। अरेलिया रेसीमोसा-३०(AraliaRacemosa-30)  देने से खांसी में आराम आगया।

१८४-नीतू ३० साल के मुंह में छाले हो  गये दर्द के कारण कुछ खापी भी नही सकती थी मुंह में छाले हो गये थे। छाले की आम दवा मर्कसोल है यदि इससे आराम न आये तो चैलीडोनियम -३० दें(Chelidonium-30) की तीन खुराकों से ही आराम आगया।

१८५-रजनी देवी ५० साल को चक्कर आते थे। रात सोने के लिये जब लेटती या सुबह जब चारपाई से सो कर उठती तो चक्कर आते थे। बेलाडोना-३० देने से आराम आगया।याद रक्खें  जब लेटते समय चक्कर आयें तो बेलाडोना-३०दें।

१८६-राजनीश २२ साल मक्खियों से बहुत तंग था। हर समय मक्खियां उस के इर्द गिर्द मंडराती रह्ती।कारण उसके पसीने में मिठास की खुशबू थी और मक्खियां मिठास की बजह से उसकी ओर खिचीं चली आतीं थी। (Caladium-30) देने से  उसके पसीने से मिठास की खुशबू ह्ट गई और  उसे आराम आगया।

१८७-राजाराम ४५ साल को पुराना दर्द था इस दर्द का बिशेष चिन्ह यह था कि वह जिस ओर सिर टिकाता दर्द दूसरी ओर चला जाता। कैल्केरिया आर्स -२००( Calcarea Arsenica-200)  देने से उसका सिर दर्द दूर हो गया।

१८८-पिन्टू ३ साल बहुत गन्दी हवा निकालता हर समय उसकी चड्डी में ट्ट्टी लगी रह्ती गैस पास होने के साथ ट्ट्टी निकल जाती ओलियण्डर -३० देने से उसकी परेशानी दूर हो गयी।

१८९- विनोद ३५ साल रात को सोने के लिये जब बिस्तर पर जाता तो उस की  टांगो में दर्द होता टांगे हिलाने से थोडा चैन आजाता । लाइको पोडियम २०० देने से उसे आराम आगया।

१९०-विमलेश ३३ साल के गले में बलगम इस प्रकार फ़ंसा हुआ था कि जैसे गले में कुछ चीज अट्की हुई हो। बलगम  न तो बाहर निकाल पा रहा  था नही अन्दर निगल पा रहा था।सांस लेने एवं खाने पीने में भी परेशानी हो रही थी। काली कार्ब -२००( KaliKarb-200)  की तीन खुराकों में ही उसे आराम आगया।

१९१- संजुला ५२ साल की उंगलियों  के जोडों में बहुत दर्द था । उस के पेट में अफ़रा था।हर समय  पेट में दर्द रह्ता था। कपडे के छूने से भी दर्द म हसूस करती थी। काल्ची कम -३०(Colchicum-30) दवा से पेट दर्द अफ़रा और उंगलियों के दर्द में आराम आ ग या।

होम्यो पैथी अपनाये रोग दूर भगाये भाग -10




१५५-अर्चना ३५ साल को सख्त सिर दर्द था ऐसा लगता जैसे सिर फ़टा जा  रहा हो सिमसीफ़ूजा- २००  और बेलाडोना दी आराम नही मिला। पूछ ने पर मालूम हुया कि ब्च्ची की स्कूल से शिकायत आई थी तब से बराबर सिर दर्द हो रहा था। इग्नेशिया-३०(Ignasia-30) की एक खुराक  दी चैरी प्लम(CherryPlum) -हर १५ मिनिट बाद दी थोडी देर में दर्द में आराम आग या।

१५६-ज्योती १२ साल आंखों की पलकों पर हमेशा कीचड जम जाती दिन में कई बार आंखें धोता  परन्तु फ़िर लग जातीं ग्रेफ़ाइटिस -३० देने से उसकी आंखें ठीक होगई।

१६०- अन्शुल १८ साल कई केई दिन तक नहाता नही था और  जब भी नहाता उसके दिल की धडकन  बढ जाती। अमोनियमकार्ब-३० देने से उसकी यह तक लीफ़ दूर होगयी।

१६१- रागनी १७ साल सोते समय मिर्गी का दौरा पडता था बूफ़ोराना -२०० देने से आराम आगया।

१६२- सोमेश २३ साल शाम को  मिठाई खाने के बाद उसे उल्टियां और दस्त लग गये।आर्सेनिक -३० की तीन खुराकें दने के बाद आराम आगया ।

१६३- सुरभी ३साल को  दूध नई पचता दूध पीते ही उसे उल्टी हो जाती उल्टी हो जाने के बाद उसको तेज भूख लगती। अथूजा-३० की तीन खुराकों से उस का दूध पचने लगा।

१६४- सुमन २साल को  दूध नई पचता दूध पीते ही उसे उल्टी हो जाती उल्टी हो जाने के बाद उसको  भूख नही लगती मुंह खोल कर देखा तो मुंह के  अन्दर जीभ पर  सफ़ेद पर्त थी।
ऐनटिम क्रूड म -३०( Antim cud-30)देने से दूध पचने लगा।

१६५-पवन १५ साल मोटा थुलथुला मांस  माथे पर हर समय  पसीना  जरा सा काम करने पर एक दम सांस फ़ूल जाता। दूध पीने से घ्रणा दूध पीने पर  उल्टी कर देता उल्टी  और पसीने की बू खट्टी। कैल्केरियाकार्ब २०० देने से उसकी हालत में सुधार आगया।

१६६-अलमास्का ३५ साल ऊपर के मसूडे में बहुत दर्द था जो कान तक चला जाता था। दर्द के कारण रात को सोनही सकी थी।चैरी प्लम (Chery Plum)  की तीन खुराकें १५ मिनट के अन्तर से दी क्रयोजेट -३०(kerostum)  की तीन खुराकें दी इतने से  दर्द में आराम  आगया।

१६७-रागनी २८ साल को छाती में  Nipples  से दर्द उठता और यह दर्द Utures  तक पहुंच जाता। एपिस ३० से यह दर्द दूर होगया।

१६८-रुबी २३ साल जब भी  वह खाली बैठती तो खुद व खु द  उसके हाथ अपने सिर पर पहुंच  जाते।और अपने बाल एक एक कर उखाडने लगती।वह खुद भी ऐसा नही करना चाह्ती थी।लेकिन ऐसा मानो उसके बस में नहो। लिलियम-टिग  लगातार तीन बार रोज  एक सप्ताह तक  देने से  इस आदत से छुटकारा मिल गया।

१६९- राजेश ५४ साल जब भी कोई दिमागी काम करता तो उसका दिमाग जाम हो जाता। इन्डिगो-३० देने से उसे आराम आगया।

१७०- राजेस्वरी ३४ साल के गले में जलन होती ऐसा महसूस होता मानो पेट में किसी ने पेट में पानी डाल दिया हो। उस की भाप उठकर गले तक पहुंच रही हो ।सुबह गला बैठा हुआ होता , आवाज भी न निकलती। कास्टीक म -३०  की दो खुराकें देने से आराम आगया।

१७१-कुल दीप ४५ साल पिछले कई दिनो से  एक नई तकलीफ़ शुरु हो गयी थी जब  भी कोई चीज खाता तो अन्दर से गाल या जीभ काट लेता इग्नेशिया-३० की दो खुराकों  से ही आराम आग या।

१७२-हमारे यहां काम बाली महरी हर समय पीठ दर्द की शिकायत करती  उसे बबासीर की तकलीफ़ पुरानी थी एस्कुलस हिप -३० की तीन खुराकों में ही उसे आराम हो गया।

१७३- सो नी २१ साल को २ म ही ने का ग र्भ था ब हु त मि च ली आ ती थी कु छ भी खाती उ ल्टी में स ब नि क ल जा ता। का ल्ची क म -३० दे ने से आराम आ ग या।

१७४-मंजू ३८ साल २ महीने के गर्भ से थी इस दौरान उसे बारबार पेशाब की हाजत होती केवल दो चार बार बूंद पेशाब आती  पर तसल्ली न होती। पोडोफ़ाइलम -३०(Podophyllum-30) से आरा म आगया|

१७५-अन्शुल ४ साल के दूध के दांत गिर गये परन्तु पक्के दांत आने में देर हो रही थी। कैल्केरिया  फ़ास देने से उस के पक्के दंत आने शुरु हो गये।

शुक्रवार, 5 दिसंबर 2014

होम्यो पैथी अपनाये रोग दूर भगाये भाग -9




१३७-सुमन २५ साल के हाथों की उंगलिया सो जाती थी सुबह उठती तो उंगलियो से गिलास भी न उठा पाती  पहले उंगलिओं  को दूसरे हाथों से दबाती तब कुछ देर बाद उसकी उंगलियों में चेतना आती। एकोनाइट-३० की तीन खुराकें तीन दिन तक लेने से यह तकलीफ़ दूर हो गई।

१३८-माला  २८ साल के हाथ  कांपते थे। बैसे उसे हांथ कांपने की कोई बीमारी नही थी। इग्नेशिया-३० की तीन खुराकें देने से उसकी हांथ कांपने की बीमारी ठीक होगयी।

१३९-अर्चना२५ साल माहबारी खुलकर आयी काफ़ी खून आया इससे काफ़ी कमजोरी आ गयी चाइना-३०की एक खुराक दी  उससे आराम नही मिला तब एक खुराक सल्फर १ एम० दी उसके बाद चाइना -३० की एक खुराक दी तुरन्त आराम आ गया जब किसी बीमारी में ठीक दवा भी असर न करे तो एक खुराक सलफ़र देने के बाद वही दबा असर करती है।

१४०- अनिल १५ साल को चक्कर आते थे सडक पर सीधा चलने पर कोई परेशानी नही होती लेकिन गर्दन को जरा सी भी इधर उधर करे तो झट से चक्कर आ जाता। कोनियम -२०० की दो खुराकों ने उसके चक्कर  खत्म कर दिए।

१४१-महेन्द्र १२ साल हर समय आंखे मलता रह्ता उसकी आंखे लाल रहती आंखों से पानी निकलता रहता। वह पढाई भी नही कर सकता था।देखने पर पता चला कि  उसकी आंखो में कुरकुरे थे अर्जेन्ट-नाइट्रिकम ३० रोज एक सप्ताह तक दी अगले सप्ताह से अर्जेन्ट-नाइट्रिकम१ एम० सप्ताह में एकबार और बाकी दिन अर्जेन्ट-नाइट्रिकम-३० बाकी ६ दिन देने से ६महीने में उसके कुरकुरे ठीक हो गये।

१४२- ममता १४ साल जब सोकर उठती  तो उसका जी मिचलाता और उल्टी आजती और बहुत जोर से चक्कर आते। इपिकाक देने से आराम न ही मिला लेटने से चक्कर और बढ जाते
बेला डोना -३० की दो खुराकों से  ही उसे आराम  आगया।
लेटने पर चक्कर आऎं तॊ बेलाडोना अच्छा काम करती है। लेटने पर उबकाई आए तो आरसिनिक (Arsenic)अच्छा काम करती है।

१४३-मानसी शर्मा  आयु ३० साल के कलेजे में तेज दर्द का दौरा पडता था दर्द एक नियत जगह पर होता था। काली बाई कोनियम -३०(KaliBichrom-३०)  की एक खुराक  देने से उसे आराम आ गया

१४४-रूबी  २५ साल के कन्धे में बहुत तेज दर्द जरा सा हिलने पर चीख निकल जाती कन्धे पर  हाथ भी नही रखने देती।शाम को एक खुराक टुयवर कुलीन१ एम०(Tuberculinum-1M)  और सुबह  के समय सल्फर १ एम०(Sulpher1.M)देने से आराम आग या। य़ाद  रहे कन्धे में बहुत तेज दर्द हो (Tuberculinum-1M)  देने  से आराम मिल जा ता है।

१४५-राजेश के सिर प र बालों का एक  बिल कुल सफ़ेद गुच्छा उसके नीचे की त्वचा भी सफ़ेद थी सोराइनम १ एम०(Psorinum-1M)  देने से त्वचा और बाल दोनो  क रंग काला हो गया। सिर की त्वचा की सलामती के लिये  सोराइनम  सही दबा है।

१४६-नेन्सी १५ साल को बहुत तेज खुश्क खांसी थी घर घर की आवाज आर ही थी।  हीपर सल्फ-३०  (HeeparSulph-30) एवं स्पोन्जिया-३०(Spongia-30) बारी- बारी दो घन्टे  के अन्तर से देने से खांसी में आराम आगया।

१४७ तेजस्वनी ६ साल को हर साल मौसम बदलने पर खांसी हो जाती सिना- २००  की दो खुराक देने से आराम आगया।

१४८-सुरेन्द्र ३६ साल की नकसीर फ़ूट गयी काफ़ी खून निकला फ़ास्फ़ोरस ३० देने से खून निकलना बन्द हो गया।

१४९-अम न ३६ साल के पैर की उंगली में कील चुभ गयी काफ़ी दर्द था टिटनस के असर को कम करने के लिये लीडमपाल १ एम० की एक खुराक दी उसके बाद अर्निका १ एम० की एक खुराक  दी थोडा आराम मिला हायपेरिकम१ एम०(Hypericum1-M)   की एक खुराक देने से बिल्कुल आराम आगया। य़ाद रहे उंगली की चोट में हायपेरिकम(Hypericum)
 अच्छा काम करती है।

१५०-राम बेटी  प्रसव के दर्द से दु:खी थी अचानक दर्द बन्द होगया आवाज भारी होने लगी लगा रामबेटी का बचना अब मुश्किल है एक खुराक जेल्सीमियम(Gelsemium-२००) की दी  एक खुराक से  ही उसकी हालत में सुधार आने लगा  15 मिनट के बाद दर्द भी शुरु होगया  आराम से प्रसव होगया।

१५१- सुमन १४ साल बहुत जुकाम लगा हुआ था ठंडे पानी से नहाने से आराम आ जाता।  कैल्केरिया सल्फ-३० की तीन खुराकों से ही आराम आ गया।

१५२-मनोज २३ साल के हाथ पैरो में बहुत खारिश थी खुजलाते खुजलाते खून निकल आता कूलर के सामने बैठने से आराम आजाता। काली बाइक्रोम (KaliBichrome-30)  की एक खुराक प्रति दिन तीन दिन तक देने से  आराम आगया।

१५३-विमला ३६ साल दमा से परेशान कुछ साल पहले  उसके रीड की हड्डी में चोट लग गयी थी तभी  से उसको सांस की तकलीफ़ हो  गयी थी  हायपेरिकम१ एम०(Hypericum1-M)   की तीन खुराक  रोज तीन दिन तक लेने से दमा ठीक हो गया।

१५४- वंशिका १२ साल कभी भी स्कूल का काम घर से करके न हीले जाती पढाई में उस का मन ही नही लगता था। कली सिलिका -३० (Kalisilica-30)   देने से उस्का ध्यान पढाई में लगने लगा। और स्कूल का काम भी पूरा करने लगी।

१५५-अर्चना ३५ साल को सख्त सिर दर्द था ऐसा लगता जैसे सिर फ़टा जा  रहा हो सिमसीफ़ूजा- २००  और बेलाडोना दी आराम नही मिला। पूछ ने पर मालूम हुया कि ब्च्ची की स्कूल से शिकायत आई थी तब से बराबर सिर दर्द हो रहा था। इग्नेशिया-३०(Ignasia-30) की एक खुराक  दी चैरी प्लम(CherryPlum) -हर १५ मिनिट बाद दी थोडी देर में दर्द में आराम आग या।