जिंदगी की जंग हार गए पहलवान दारा सिंह !!
पोस्टेड ओन: 12 Jul, 2012 जनरल डब्बा में
टी.वी. के हनुमान और अखाड़े के पहलवान दारा सिंह, जिन्होंने ना जाने कितने दिग्गजों को हार का स्वाद चखाया, आज अपनी जिंदगी की जंग हार गए. एक लंबी बीमारी से जूझते हुए उन्होंने आज सुबह यानि गुरुवार 12 जुलाई सुबह 7.30 बजे अपनी अंतिम सांसे लीं. पिछले कई दिनों से दारा सिंह कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती थे. रुस्तम-ए-हिंद दारा सिंह के बेटे बिंदू दारा सिंह की इच्छा थी कि उनके पिता की मृत्यु अस्पताल में नहीं बल्कि उनके अपने घर में हो, इसीलिए डॉक्टरों ने जब उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया तो उनके परिजन उन्हें घर ले आए. दारा सिंह के स्वास्थ्य के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा था लेकिन कोकिला बेन अस्पताल के डॉक्टरों की लाख कोशिशों के बाद भी दारा सिंह अपनी मृत्यु को टाल नहीं पाए.
84 वर्षीय दारा सिंह को बीती 7 जुलाई को दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. तभी से वे आईसीयू में थे. अस्पताल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉक्टर राम नारायण कहना है कि एमआरआई के बाद यह पता चला कि ऑक्सीजन की कम आपूर्ति होने के कारण उनके मस्तिष्क को काफी नुकसान पहुंचा है.
दारा सिंह का जीवन
दारा सिंह का जन्म 19 नवंबर, 1928 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था. इनका पूरा नाम दारा सिंह रंधावा है. बचपन से ही वह मजबूत कद-काठी के थे यही वजह है कि उनका कुश्ती के प्रति रुझान उत्पन्न होने लगा. अखाड़े में देर तक कुश्ती के दांव-पेंच सीखने वाले दारा सिंह पहले मेलों और अन्य समारोहों में कुश्ती प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते थे. धीरे-धीरे उनकी पहलवानी को मान्यता मिलने लगी और वह भारत के एक प्रमुख और एक कुशल पहलवान बन गए.
दारा सिंह का कॅरियर (पहलवानी)
पहलवान के रूप में ख्याति प्राप्त करने के तुरंत बाद वह व्यवसायिक पहलवानी के लिए अमेरिका चले गए. अमेरिका में उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में अपने प्रतिद्वंदियों को धूल चटाई. उन्होंने कई नामी पहलवानों को हराया जिसमें अपने समय के सबसे विख्यात पहलवान लोउ थीज भी शामिल हैं.
दारा सिंह का कॅरियर (फिल्मी)
भारत वापस आने पर उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया पर शुरुआत में उनके साथ काम करने में नायिकाएं असहज महसूस करती थीं क्योंकि दारा सिंह का भारी-भरकम शरीर उन्हें अजीब लगता था. एक तरफ बॉलिवुड की फूल जैसे नायिकाएं दूसरी तरह रफ एंड टफ दारा सिंह. लीड हीरो के तौर पर दारा सिंह ने कई फिल्मों में काम किया जिसमें से सबसे ज्यादा 16 फिल्मों में उन्होंने मुमताज के साथ काम किया था.
1980 और 90 के दशक में दारा सिंह के जीवन में असली मोड़ आया जब टीवी शो `रामायण ने उनकी किस्मत ही बदल दी. रामानंद सागर द्वारा प्रस्तुत रामायण में दारा सिंह को हनुमान का किरदार दिया गया. इस किरदार में दारा सिंह कुछ यूं समां गए कि आज भी लोग उन्हें रामायण का हनुमान कहकर पुकारते हैं. इसके बाद से दारा सिंह ने कई धार्मिक टीवी सीरियलों में हनुमान का किरदार भी निभाया.
दारा सिंह ने 100 से अधिक फिल्मों में काम किया है. उन्होंने अधिकतर फिल्मों में सह अभिनेता या पिता-दादा की भूमिका निभाई है. हाल ही में दारा सिंह “जब वी मेट” और “रेडी” जैसी फिल्मों में दिखे थे. दारा सिंह के तीन बेटे हैं जिनके नाम बिंदु दारा सिंह, प्रद्युमन सिंह रंधावा और अमरीक सिंह हैं.
दारा सिंह ने कैनेडियन ओपन टेग टीम चैंपियनशिप, रुस्तम-ए-पंजाब, रुस्तम-ए-हिंद जैसे खिताब जीते हैं. भारतीय जनता पार्टी ने साल 2003 में दारा सिंह को राज्य सभा के लिए नामांकित किया था.
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